रायपुर। करोड़ों रुपए के बजट वाली फिल्म ‘आदिपुरुष’ के रिलीज होते ही कई जगहों पर विवाद शुरू हो गया है। कुछ लोगों को इस फिल्म का काम बहुत पसंद आ रहा है तो कुछ दर्शक इसके संवाद और स्पेशल इफेक्ट्स को लेकर शिकायत कर रहे हैं। इस बीच फिल्म आदिपुरुष को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमाने लगी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस फिल्म को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, भगवानों के चेहरे को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। पहले राम की युद्धक छवि प्रस्तुत की गई, अब हनुमानजी की छवि बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। आदिपुरुष फिल्म में संवाद और भाषा अमर्यादित है। रामायण में भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है। फिल्म में संवाद के लिए जिन शब्दों का चयन किया गया है वे अमर्यादित हैं।

सीएम बघेल ने यह तक कहा कि, राजीव गांधी जी ने रामानंद सागर से दूरदर्शन के लिए धारावाहिक रामायण बनवाया था। वे बोले कि, जब रामायण सीरियल दूरदर्शन पर चलता था तब बाजार बंद हो जाते थे। रामायण बेहद पवित्र ग्रंथ है। रामायण को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

बजरंगबली से वो शब्द बोलवाए गए हैं, जो बजरंग दल के…
श्री बघेल ने कहा कि, हमने जो रामचरित मानस और रामायण पढ़े और टीवी पर देखें हैं, उसके ठीक विपरीत आदिपुरुष फिल्म में दिखाया गया है। आदिपुरुष को आज की पीढ़ी देखेगी तो उस पर गलत प्रभाव पड़ेगा। बजरंगबली से वह बोलवाया जा रहा है जो बजरंग दल के लोग बोलते हैं। यह बहुत आपत्तिजनक है, मैं इसकी निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि, जो धर्म के ठेकेदार बनते हैं, वह इस मामले में मौन क्यों हैं। 10 ग्राम गांजा के बदले बॉलीवुड को दबाव में लाने की कोशिश की गई। ये सारी फिल्में उसी का परिणाम हैं। ‘द केरल स्टोरी’ और ‘कश्मीर फाइल्स’ लगा था तो बहुत से डायरेक्टर सामने आए थे। अब उन्हें सामने आकर ‘आदिपुरुष’ पर अपनी बात रखनी चाहिए। भाजपा के नेता कहां हैं जो तब बयान दे रहे थे।