अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पहली बारिश में ही तालाब में तब्दील हो गई है। सड़क में पानी भरा जाने से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही बरसात भर इस परेशानी के बने रहने की संभावना जताई जा रही है।
दरअसल, नेशनल हाईवे 43 का निर्माण 2016 में शुरू हुआ था। अब 2023 तक काफी हद तक सड़क बनाई जा चुकी है, लेकिन लुचकी घाट का इलाका अभी भी जर्जर बना हुआ है। आए दिन यहां पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। जाम की वजह से लोग परेशान रहते हैं। पिछले दिनों मीडिया में आई खबरों के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग में लुचकी के घुमावदार मोड़ में डामरीकरण का कार्य किया गया, जिससे फिलहाल राहत मिली है। मगर काम चलाऊ डामरीकरण से कब तक राहत मिल पाएगी यह कह पाना मुश्किल है।

इधर पहली ही बारिश में अंबिकापुर से निकलते ही लुचकी घाट तक का इलाका इस समय पानी से लबालब है। फ्लाईओवर का निर्माण चल रहा है। इस बरसात तक तो फ्लाईओवर से आवाजाही संभव नहीं दिखती, लेकिन इससे पहले जिस पुरानी सड़क से आवागमन जारी है वह पूरी तरह से पानी में डूब चुकी है। इस सड़क में गहरे गड्ढे हैं। बताया जा रहा है कि, जब भी बारिश होती है तो यह सड़क लबालब भर जाती है और उन गड्ढों से होकर दोपहिया सहित चार पहिया वाहन सवारों को अपना रास्ता बनाना पड़ता है। ऐसे में कई बार दुर्घटनाएं हो जाती हैं। साइड लेने के दौरान भी लोग संतुलन खो देते हैं और दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। देर शाम के बाद यहां जाम लगना शुरू हो जाता है। ऐसी स्थिति पूरे बारिश भर रहती है। अगर संबंधित टीबीसीएल कंपनी या राष्ट्रीय राजमार्ग अभी भी इस सड़क का मरम्मत कर दे तो बरसात में तकलीफें कुछ कम हो सकती हैं।
में तकलीफें कुछ कम हो सकती हैं।