गौरेला। छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पति-पत्नी के बीच घरेलू काम करने को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद गुस्साए पति ने आत्महत्या करने के लिए जहरीली जड़ खा ली। जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो युवक को बचाने के लिए उन्होंने घर में रखा मिट्टी का तेल पिला दिया, ताकि युवक को उल्टी हो जाए लेकिन ऐसा करने पर युवक की हालत और खराब हो गई। इसके बाद परिजनों ने युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। मामला गौरेला थाना क्षेत्र के देवरगांव का है।

दरअसल, मानसून के चलते ग्रामीण इलाकों में लोग अपनी छप्पर को दुरुस्त करने में लग जाते हैं। बताया जा रहा है कि, देवरगांव के रहने वाले इतवारू का बड़ा भाई भी घर की छप्पर को सुधार रहा था। इसी दौरान इतवारू की पत्नी ने घर के अंदर बैठे अपने पति इतवारु से भी घर की छप्पर ठीक करने को कहा। इस बात पर इतवारू और उसकी पत्नी में विवाद शुरू हो गया और पति घर से बाहर चला गया।

कुछ घंटों बाद वह वापस घर पहुंचा और देखते ही देखते कुछ ही देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। पत्नी ने पति से पूछा तो उसने बताया कि उसने गुस्से में मुनगा पेड़ की जड़ खा ली है। मुनगा पेड़ की जड़ ग्रामीण इलाकों में जहरीली मानी जाती है। इससे जान भी जा सकती है। पति के मुनगा जड़ खाने की बात सुनते ही पत्नी घबरा गई। घर वालों को इसकी जानकारी दी। घरवालों ने उसे केरोसिन पिलाकर उल्टी करवाने की कोशिश की, लेकिन ऐसा करते ही इतवारू की तबीयत और बिगड़ने लगी। इसके बाद अनान फानन में परिजन इतवारू को 108 संजीवनी एक्सप्रेस से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी तबीयत गंभीर बनी हुई है।