नई दिल्ली। समान नागरिक संहिता पर मंथन जारी है। 3 जुलाई को संसदीय कमेटी की बैठक होने वाली है। लॉ कमीशन को भी इस बैठक में बुलाया गया। बताया जा रहा है कि सभी की राय मांगी जाएगी। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी की अध्यक्षता में यह बैठक होगी।

मीटिंग में 31 सांसद और कमेटी के सभी सदस्य शामिल होंगे। सभी से यूसीसी पर उनकी राय मांगी जाएगी और उन पर विचार किया जाएगा। माना जा रहा है कि समान नागरिक संहिता  बिल इस संसद के इस मानसून सत्र में भी आ सकता है।

यूसीसी पर सरकार दांव लगा सकती है। मानसून सत्र में यूसीसी पर बिल संभव हैं। केंद्र सरकार की यूसीसी पर तैयारी है। संसदीय समिति को बिल भेजा जा सकता है।अभी जनता से सुझाव मांगे जा रहे हैं.।13 जुलाई तक लोग सुझाव दे सकेंगे।


एक परिवार में कैसे चलेंगे दो कानून?
हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने एक भाषण में कहा था कि आज कल हम देख रहे हैं कि यूसीसी के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। आप मुझे बताइए कि एक घर में परिवार के एक सदस्य के लिए एक कानून हो, परिवार के दूसरे सदस्य के लिए दूसरा कानून हो तो क्या वो घर चल पाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है, सुप्रीम कोर्ट डंडा मारती है, कह रही है यूसीसी लाओ।


जब पसमांदा मुसलमानों का PM ने किया जिक्र
पीएम नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा कि तुष्टिकरण करके अपने स्वार्थ के लिए छोटे-छोटे कुनबे दूसरों के खिलाफ खड़े कर देते हैं और दूसरी तरफ हम भाजपा के लोग हैं, हम मानते हैं कि देश का भला करने का रास्ता तुष्टिकरण नहीं है।

ये वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने हमारे जो पसमांदा मुसलमान भाई-बहन हैं, उनका तो जीना भी मुश्किल करके रखा हुआ है। वो तबाह हो गए, उनको कोई फायदा नहीं मिला है. उनके ही धर्म के एक वर्ग ने पसमांदा मुसलमानों का इतना शोषण किया है, उन्हें आज भी बराबरी का हक नहीं मिलता।