नई दिल्ली। मोदी सरनेम मामले में सांसद की सदस्यता खोकर बेघर हुए राहुल गांधी को अपना 12 तुगलक लेन का बंगला खाली करना पड़ा था। सोनिया की सुरक्षा, उनका स्टाफ, दफ्तर और इसी सब के चलते राहुल को जगह कम पड़ रही थी. इसके बाद राहुल ने दूसरे ठिकाने की तलाश शुरू कर दी थी. राहुल ने लुटियंस दिल्ली में हेली रोड समेत कुछ मकान भी देखे। वहीं अब राहुल को सबसे ज्यादा निज़ामुद्दीन ईस्ट में शीला दीक्षित का मकान पसंद आया है. 1500 स्क्वायर फुट का यह मकान है. इसमें लिफ्ट लगी है. राहुल फर्स्ट फ्लोर पर रहेंगे. 15 साल दिल्ली की सीएम और फिर केरल का राज्यपाल का पद छोड़ने के बाद से आखिरी वक्त शीला यहीं रहती थीं. शीला ने 1991 में ये फ्लैट खरीदा था।
सूत्रों के मुताबिक, इस बावत राहुल की शीला के बेटे संदीप से बात हो चुकी है. इससे पहले राहुल घर देख भी चुके हैं. राहुल बाकायदा रेंट एग्रीमेंट करके ही यहां शिफ्ट होना चाहते हैं. अभी तक शीला के बेटे संदीप इस मकान में सपरिवार रह रहे थे, लेकिन अब उन्होंने राहुल के हां करने पर ये घर खाली कर दिया है और वो अपनी मौसी रमा धवन के खाली पड़े मकान में शिफ्ट हो चुके हैं। बस अब राहुल और उनकी टीम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार कर रही है। अगर वहां से भी राहत नहीं मिली तो जल्दी ही राहुल का नया आशियाना होगा- B-2, फर्स्ट फ्लोर, निज़ामुद्दीन ईस्ट, हुमांयू मकबरे के पास, दिल्ली।
22 अप्रैल को राहुल ने खाली किया था बंगला
बता दें कि इस साल मार्च में राहुल गांधी की संसद सदस्यता चली गई थी. 2019 के मानहानि केस में गुजरात सेशन कोर्ट ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी. इस फैसले के बाद लोकसभा से उनकी संसद सदस्यता चली गई थी । 22 अप्रैल को राहुल गांधी को 12 तुगलक लेन का बंगला खाली करना पड़ा था. इसके बाद वह अपन मां के साथ शिफ्ट हो गए. घर खाली करने के बाद कांग्रेस के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को अपना घर ऑफर किया था।