नेशनल डेस्क। लोकसभा 2024 के चुनाव को लेकर बीजेपी लगातार अपनी राजनितिक प्लान बना रही है। इसी कड़ी में एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खबर मिली है की अगले चुनाव में पार्टी अध्यक्ष से लेकर वित्त मंत्री और सरकार के कई मंत्रियों को साफ तौर पर चुनाव लड़ने के निर्देश दिए गए है।

बता दें भारतीय जनता पार्टी ने अब धीरे-धीरे अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए है। पार्टी ने 2019 के चुनाव में हारी सीटों को जीतने के लिए रणनीति बनाकर उन सीटों को जीतने की कोशिश में जुटी है।

चुनाव जीतकर आइए फिर बनाएंगे मंत्री

सूत्रों के मुताबिक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अपने बड़े मंत्रियों को साफ तौर पर कह दिया है कि वो चुनाव जीतकर आए फिर मंत्री बनाए जाएंगे। जो मंत्री चुनाव नहीं जीत पाएंगे उन्हें मंत्री बनाने में दिक्कत होगा। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस बार राज्यसभा के कोटे से मंत्री नहीं बनाना चाहता। बता दें कि मोदी कैबिनेट में कई बड़े विभाग के मंत्री राज्यसभा के कोटे से है। इनमें, विदेश, वित्त, शिक्षा, शहरी विकास और पेट्रोलियम जैसे अहम मंत्रालय शामिल है।

नड्डा के हिमाचल तो सीतारमण के तमिलनाडु से लड़ेंगी चुनाव

बताया जा रहा है कि पार्टी के फैसले के बाद सरकार के कई मंत्रियों के लिए सीटों का सेलेक्शन भी शुरू हो गया है। वैसे तो पार्टी अध्यक्ष लोकसभा चुनाव नहीं लड़ते। लेकिन अमित शाह के चुनाव लड़ने के बाद पार्टी के अध्यक्ष बने JP नड्डा ने भी चुनाव लड़ने का फैसला किया है। वह हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते है। वहीं पार्टी ने निर्मला सीतारमण को तमिलनाडु की मदुरई सीट से चुनाव लड़ाना चाहती है।

तमिलनाडु की इस सीट से चुनाव लड़ेगी भाजपा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा के मदुरई शहरी जिला ने सीतारमण को चुनाव लड़ने के लिए प्रस्ताव पारित किया है। वित्त मंत्री का जन्म तमिलनाडु के मदुरई में ही हुआ था। खास बात है कि यहां भाजपा 39 में से 25 सीटें जीतने की योजना बना रही है। फिलहाल, यहां पार्टी के पास एक भी सांसद नहीं है। इधर, 2019 में पुरी ने भी अमृतसर से चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस के गुरजीत औजला के खिलाफ हार गए थे।

राज्यसभा कोटे के मंत्रियों को चुनाव लड़ने के निर्देश

राज्यसभा में भाजपा के 14 ऐसे नेता हैं, जो दो कार्यकाल पूरे कर चुके हैं या पूरा करने वाले हैं। इनमें कर्नाटक से राज्यसभा सांसद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद पीयूष गोयल, राजस्थान से राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव का नाम शामिल है। ये सांसद ऊपरी सदन में दो कार्यकाल पूरे कर चुके हैं या तीसरा कार्यकाल पूरा करने वाले हैं। पार्टी ने इन नेताओं को भी चुनाव लड़ने के निर्देश दे दिए है। गोयल जहां दिल्ली तो भूपेंद्र यादव को चुनाव लड़ने के लिए राजस्थान भेजा जा सकता है।

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