रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मानसूनी हलचल शुरू हो गई है। करीब हफ्ते भर बाद शनिवार को राजधानी रायपुर समेत राज्य के कई जिलों में सुबह से देर रात तक हुई। इसमें कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होती रही। इससे लोगों को उमस से राहत मिली है। मौसम विभाग का कहना है कि, अभी प्रदेश में अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है। पश्चिम से पर्याप्त नमी आ रही है। इससे तापमान भी कम हो गया है। शनिवार को सरगुजा, जशपुर, पेंड्रारोड, कोरबा, कबीरधाम, बिलासपुर, मुंगेली और रायगढ़ जिलों में एक दो जगहों पर भारी बारिश हुई है, जबकि दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर, सुकमा, बलरामपुर और कोरिया जिले में भी रूक-रूककर बारिश होती रही।

इससे पहले बेमेतरा और सरगुजा जिले में सूखे जैसी स्थिति बनी हुई थी, जबकि 16 जिलों में सामान्य से भी कम बारिश हुई थी। उम्मीद की जा रही है कि अगर लगातार अच्छी बारिश हुई। तो ये कमी जल्द पूरी हो जाएगी। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेशभर में 1 जून से 15 जुलाई के बीच 274.8 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, मानसूनी द्रोणिका गंगानगर, हिसार, अलीगढ़, उरई, सीधी, डाल्टनगंज, दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक फैली हुई है। रविवार को अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने या फिर गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर वज्रपात होने और भारी बारिश की भी संभावना है। एक ऊपरी हवा का सिस्टम उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर तटीय उड़ीसा-तटीय पश्चिम बंगाल के ऊपर 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर उड़ीसा और उससे लगे गंगेटिक पश्चिम बंगाल-झारखंड की ओर अगले 2 से 3 दिन में पहुंचने की संभावना है।