नई दिल्ली। चीन और पाकिस्तान की साजिशों का भारतीय सेना लगातार मुहतोड़ जवाब दे रहा है इसके बावजूद पड़ोसी देशी की नापाक हरकतें थमने का नाम नहीं ले रहा है। अंतराष्ट्रीय सीमा पर स्थित पंजाब और जम्मू-कश्मीर में डोन के सहारे बड़ी तादाद में मादक पदार्थ और हथियार गिराए जा रहे हैं। भारतीय सेना अब पड़ोसी देशों पर और कड़ी निगरानी रखेगा। भारतीय सेना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी के लिए 97 ‘मेड-इन-इंडिया’ ड्रोन हासिल करने के लिए तैयार है। अमेरिका से 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के बाद भारत अब ‘मेक-इन-इंडिया’ प्रोजैक्ट में 97 अत्यधिक सक्षम ड्रोन हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि रक्षा बलों द्वारा संयुक्त रूप से एक वैज्ञानिक अध्ययन किया गया और यह निर्णय लिया गया कि मध्यम ऊंचाई की लंबी सहनशील आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भारतीय बलों को जमीन और समुद्र दोनों पर नजर रखने के लिए 97 ऐसे ड्रोन की आवश्यकता होगी। सरकारी सूत्रों के अनुसार इन ड्रोनों की कीमत 10,000 करोड़ रुपए से अधिक होगी। मानव रहित हवाई वाहन लगभग 30 घंटे तक उड़ान भरने में सक्षम होंगे। सेनाओं द्वारा हासिल किए जाने वाले ये नए ड्रोन पिछले कुछ वर्षों में तीनों सेनाओं द्वारा अपने-अपने बेड़े में हासिल किए गए 46 से अधिक हेरोन UAV के मौजूदा बेड़े के अतिरिक्त होंगे। जो ड्रोन पहले से ही सेवा में हैं, उन्हें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा मूल उपकरण निर्माताओं के साथ सांझेदारी में ‘मेक-इन-इंडिया’ में अपग्रेड किया जा रहा है जहां उनमें 60 प्रतिशत से अधिक भारतीय सामग्री लगाई जा रही है।