Oommen Chandy: कांग्रेस के दिग्गज नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने लंबी बीमारी के बाद 18 जुलाई को 79 वर्ष में अंतिम सांस ली। ओमन चांडी दो बार 2004-06 और 2011-16 तक केरल के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

कांग्रेस के अनुभवी नेता में से एक ओमन चांडी ने 27 साल की उम्र में 1970 के राज्य विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करके विधायक के रूप में अपना कार्यकाल शुरू किया था। जबसे उन्होंने राजनीति में कदम रखा तब से लगातार 12 चुनाव वह जीते।
कौन हैं ओमन चांडी?
ओमन चांडी केरल के दो बार पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2004 से 2006 और 2011 से 2016 तक इस पद पर कार्य किया है। वह एक अनुभवी कांग्रेस नेता थे जो चार दशकों से अधिक समय से राजनीति में सक्रिय रहे। वह दस बार राज्य विधान सभा के लिए चुने गए थे।
ओमन चांडी का जन्म 31 अक्टूबर 1943 को केरल के कोट्टायम जिले के कुमारकोम में के.ओ. चांडी और बेबी चांडी के घर हुआ था। उन्होंने पुथुपपल्ली में सेंट जॉर्ज हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की, जिसके बाद उन्होंने कोट्टायम में सीएमएस कॉलेज और चंगानासारी में सेंट बर्कमैन कॉलेज में एडमिशन लिया। उन्होंने सरकारी लॉ कॉलेज, एर्नाकुलम से एलएलबी की डिग्री भी प्राप्त की।
उन्होंने केरल छात्र संघ के साथ अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था। मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने से पहले, उन्होंने वित्त, गृह और श्रम जैसे राज्य में महत्वपूर्ण विभागों में काम किया।
ओमन चांडी की राजनीति में एंट्री
ओमन चांडी अपने कॉलेज के दिनों में राजनीति से परिचित हुए जब वे केरल छात्र संघ में शामिल हुए। वह 1967 से 1969 तक संघ के अध्यक्ष रहे। 1970 में चांडी को राज्य युवा कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
ओमन चांडी 1970, 1977, 1980, 1982, 1987, 1991, 1996, 2001, 2006, 2011, 2016 और 2021 में बारह बार पुथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र से केरल विधानसभा के लिए चुने गए। 1996-98 के दौरानचांडी ने लोक लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
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