Maharashtra Landslide /रायगढ़ : महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश के बाद भूस्खलन की बड़ी घटना सामने आई है। देर रात हुए बड़े हादसे में 30 से ज्यादा परिवार के मलबे में दबे होने की आशंका है। भूस्खलन से अब तक 13 लोगों की मौत हो गई है। इनके शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं अनुमान लगाया जा रहा है की मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। तीन लोग घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी घटनास्थल पहुंचे हैं। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने घटना पर सीएम से बात की और इस घटना पर निगरानी रख रहे हैं। जिले में हुए भूस्खलन में 30 से ज्यादा परिवारों के फंसे होने की भी आशंका है। बता दें कि यह हादसा रायगढ़ की खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव हुआ है। जिसमें करीब 100 लोग फंसे हुए हैं। जिस जगह हादसा हुआ, वह मोरबी बांध से छह किलोमीटर दूर है।

राहत और बचाव कार्य जारी
रायगढ़ के जिलाधिकारी ऐ प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना मध्य रात्रि की है। एक टीम, जिसमें सब डिविजनल ऑफिसर और तहसीलदार शामिल हैं, घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। जिलाधिकारी ने बताया कि भूस्खलन जिस जगह हुआ, वहां पहुंचने के लिए दो घंटे की चढ़ाई करनी पड़ती है, जिसकी वजह से राहत और बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण है। घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अधिकारियों को फोन कर घटना की जानकारी ली और गुरुवार सुबह वह घटनास्थल पहुंच गए। वहीं पनवेल और नवी मुंबई के सभी अस्पतालों को सूचित कर दिया गया है और उन्हें प्रभावितों को सभी जरूरी चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।

रायगढ़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट
वहीं मौसम विभाग ने गुरुवार को रायगढ़ में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने एनजीओ से अपील की है कि वह एनडीआरएफ की मदद के लिए आगे आएं ताकि जल्द से जल्द बचाव कार्य को पूरा किया जा सके। एनडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। साथ ही चार एंबुलेंस भी मौके पर मौजूद हैं। हादसा जिस जगह हुआ, वहां आदिवासी लोग रहते हैं। हादसे में घटनास्थल पर पांच-छह मकान और एक स्कूल सुरक्षित बच गए। बारिश के चलते 10-12 लोग स्कूल में रुके हुए थे, जिसकी वजह से उनकी जान बच गई। वहीं पांच लोग मछली पकड़ने मोरबी बांध गए हुए थे, उनकी भी जान बच गई है।