बिलासपुर : बरसात के शुरुआत होते ही बहुत सी बीमारी भी आने लगते है। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर जिले में लगातार डायरिया अपना पैर पसार रहा है। बता दें की बिलासपुर में अब तक 5 लोगों की मौत डायरिया से हुई है। वहीं आज एक महिला ने दम तोड़ दिया। हथनी गांव की रहने वाली 32 वर्षीय महिला परमेश्वरी की मौत सिम्स अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। मौत की पुष्टि सरपंच गांधी यादव ने की। मामला बिल्हा विधानसभा क्षेत्र का है। वहीं बिलासपुर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र में लगातार डायरिया का खतरा बढ़ रहा है। Death Due To Diarrhea in Bilaspur

जानकारी के मुताबिक, ग्राम सरपंच गांधी यादव ने बताया कि परमेश्वरी को उल्टी-दस्त की शिकायत थी। पहले उसे बिल्हा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन जब हालत बिगड़ी, तो उसे सिम्स रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बिल्हा में उसका सही इलाज नहीं हो पाया, जिससे सिम्स पहुंचने के बाद उसकी मौत हो गई।उसके सैंपल की रिपोर्ट में डायरिया होने की पुष्टि की गई।

धीरे-धीरे डायरिया पूरे जिले में फैलने लगा है। मौजूदा स्थिति में शहर के चांटीडीह में डायरिया का प्रकोप चल रहा है। जहां छह दिन के भीतर चार की मौत हो चुकी है और अब तक 265 मरीज मिल चुके हैं। वहीं इस मौत के बाद एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग सकते में आ गया है। अब दूसरे क्षेत्रों में भी डायरिया फैलने की आशंका प्रबल हो चुकी है।

इन बातों को ध्यान में रखते हुए ही सीएमएचओ डा़ राजेश शुक्ला ने बिल्हा ब्लाक के खंड चिकित्सा अधिकारी को बिल्हा क्षेत्र में सर्वे कराने और मरीज मिलने की पर इलाज व डायरिया नियंत्रण के कार्य करने के निर्देश दिए हैं। बाक्सचांटीडीह में मिले आठ नए मरीजइधर, चांटीडीह क्षेत्र में फैला डायरिया अब तक नियंत्रण में नहीं आ सका है। लगातार दिनों में मरीज मिलने का सिलसिला अब भी जारी है।

बुधवार को प्रभावित क्षेत्र में लगाए गए शिविर में आठ नए डायरिया मरीज मिले हैं। जिन्हें आवश्यक दवाएं देकर घर से इलाज किया जा रहा है। इसी तरह क्षेत्र के घरों में सर्वे अभी भी चल रहा है और क्लोरिन टेबलेट और अन्य जरुरी दवाओं का वितरण किया जा रहा है। बाक्स् शहर के हर क्षेत्र में है डायरिया मरीज बारिश का मौसम आने के बाद से शहर के अलग-अलग क्षेत्र से डायरिया के मरीज मिल रहे है, क्योंकि सिम्स व जिला अस्पताल में रोजाना इनके मरीज पहुंच रहे हैं।