रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन शुक्रवार को मासिक बाल पत्रिका किलोल की खरीदी का मुद्दा उठा। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मासिक बाल पत्रिका किलोल की खरीदी और अनिवार्यता को लेकर तीखे सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि, इस पत्रिका की खरीदी टीए मद से की जा रही है क्या? चंद्राकर ने कहा, मैं भी स्कूल शिक्षा मंत्री था, जांच करवा लीजिए। अगर मेरे समय में गड़बड़ी हुई होगी, तो मैं भी जेल चला जाऊंगा।

इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि, जांच की बात नहीं है, समय आने पर कौन कहां जाएगा ये बाद की बात है। अजय चंद्राकर ने कहा, स्कूलों में किलोल पत्रिका के साथ और कौन-कौन सी पत्रिकाओं की खरीदी अनिवार्य की गई है। इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री श्री चौबे ने जवाब देने के बजाय कहा कि, भाजपा सरकार के समय तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय से सम्बंधित पत्रिकाएं भी खरीदी जाती थीं।

इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, किसी प्रकार की अनियमितता है तो जांच करा लीजिए। इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा, स्कूलों में इस तरह की पत्रिकाएं खरीदी ही जाती हैं, इसमें किस बात की जांच। तब विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले में एक हफ्ते के भीतर पूरी जानकारी विभागीय मंत्री से मांगी।