राजिम। छत्तीसगढ़ की बेटी दुर्गा चंद्राकर ने प्रदेश ही नहीं पूरे देश का नाम रोशन किया है। दरअसल, दुबई में आयोजित 8वीं संयुक्त भारतीय खेल ओपन इंटरनेशनल टूर्नामेंट में दुर्गा ने गोल्ड मेडल जीता है। केन्या, फिलीपींस, दुबई, थाइलैंड, नेपाल, श्रीलंका, मालदीव और पाकिस्तान के खिलाड़ियों को मात देकर दुर्गा ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया।

उल्लेखनीय है कि, दुबई में 8वीं संयुक्त भारतीय खेल ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप टूर्नामेंट 1 अगस्त से 6 अगस्त तक आयोजित है। इसमें केन्या, भारत, फिलीपींस, दुबई, थाइलैंड, नेपाल, श्रीलंका, मालदीव और पाकिस्तान ने भाग लिया है। इसमें छत्तीसगढ़ के छुरा नगर से दुर्गा चंद्राकर ने भी बॉक्सिंग चैंपियनशिप टूर्नामेंट में 50 किलोग्राम ग्राम वर्ग फ्री स्टाइल में भाग लेकर फिलीपींस की जॉर्जी, केन्या के मेई और दुबई की अल्फलिस्ता को हराकर फाइनल में पहुंची और श्रीलंका की मैरी थमसन को को एकतरफा हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है।

तीसरी बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीता गोल्ड मेडल
इस जीत पर दुर्गा ने बताया कि छुरा नगर में उनका घर है। वह एक सामान्य परिवार में पली बढ़ी है। पिता मनोज चंद्राकर पेशे से वाहन चालक हैं। माँ गृहणी है। दुर्गा बस्तर के गीदम में एकलव्य विद्यालय में संविदा पिटी टीचर है। आर्थिक संकट के बीच अपने लगन और मेहनत से लगातार अभाव में कड़ी मेहनत कर विदेश में परचम लहराया है। दुर्गा ने लगातार तीसरी बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीता है। इससे पहले नेपाल और थाइलैंड में भी गोल्ड मेडल जीता है, जबकि नगर में प्रैक्टिस के लिए न स्थान है न ही सुविधा है। दुर्गा ने बताया कि वह दुबई जाने से दो माह पहले क्षेत्रीय विधायक व सांसद से मदद की गुहार लगाई थी और आज भी शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रही है। दुर्गा की इस उपलब्धि से पूरे जिले में हर्ष का माहौल है।