नई दिल्ली : आप सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। विशेषाधिकारी समिति की रिपोर्ट आने तक राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित रहेंगे। दिल्ली सेवा विधेयक को लेकर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के मामले में आप सांसद पर यह कार्रवाई हुई है। राघव चड्ढा पर आरोप है कि उन्होंने सांसदों की मंजूरी के बिना उनकी सदस्यता वाली समिति के गठन का प्रस्ताव दिया था, जो कि नियमों का उल्लंघन है। अब विशेषाधिकार समिति इस मामले की जांच करेगी। विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबित रहेंगे।
आम आदमी पार्टी के एक और सांसद राघव चड्ढा को सस्पेंड कर दिया गया है. राघव पर फर्जी साइन करवाने का आरोप लगा था, जिसके बाद विशेषाधिकार समिति को ये मामला भेजा गया था। आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने गुरुवार को पांच राज्यसभा सांसदों के “फर्जी हस्ताक्षर” आरोपों को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा था। अपनी सफाई में चड्ढा ने बीजेपी को चुनौती दी कि वे उन्हें वो कागज का टुकड़ा दिखाएं जहां वे नकली हस्ताक्षर का दावा कर रहे हैं।
आप सांसद राघव चड्ढा पर पांचों सांसदों ने आरोप लगाया कि राघव चड्ढा ने बिना उनकी सहमति के प्रस्तावित पैनल में उनका नाम जोड़ दिया। सभापति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को सांसदों की शिकायतों की जांच विशेषाधिकार समिति को भेज दी थी। सभापति को चड्ढा द्वारा विशेषाधिकार हनन की शिकायतें मिली थीं, जिसमें अन्य आरोपों के साथ-साथ 7 अगस्त को एक प्रस्ताव में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों का उल्लंघन करते हुए, उनकी सहमति के बिना सांसदों के नाम शामिल किए गए थे।
विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट तक जारी रहेगा सस्पेंशन
केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने कहा कि बिना सहमति के सांसदों का नाम सेलेक्ट कमिटी के प्रस्ताव में शामिल करने पर राघव चड्ढा ने सदन की मर्यादा की अवमानना की। सांसदों के विशेषाधिकार का हनन किया। संसद के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी ये बातें कही। राघव चड्ढा को राज्यसभा से सस्पेंड करने का प्रस्ताव राज्यसभा में पेश किया गया। जबतक विशेषाधिकार समिति अपनी रिपोर्ट नहीं दे देती सस्पेंशन जारी रहेगा।