रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय के सूचना प्रौद्योगिकी संकाय और कंप्यूटर विज्ञान विभाग ने अपने परिसर में 24 घंटे के हैकाथॉन 2023 का सफलतापूर्वक आयोजन किया । इस आयोजन में पांच अलग-अलग राज्यों की 20 टीमों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम दो दिनों 10 एवं 11 अगस्त 2023 तक चला।

तकनीकी शिक्षा निदेशालय के सह निदेशक डॉ. एस के सिंघई, हैकथॉन-2023 के शुभारंभ के लिए मुख्य अतिथि थे। डॉ. सिंघई ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा, की यह छत्तीसगढ़ में आयोजित अपनी तरह का सबसे अच्छा और पहला आयोजन है। डॉ. सिंघई ने कहा कि राज्य के अन्य शैक्षणिक संस्थानों को भी इस परंपरा का पालन करना चाहिए और छात्रों के लिए इस तरह के आयोजन करने चाहिए। डॉ. जे. एस. बल, संयुक्त निदेशक, तकनीकी शिक्षा निदेशालय कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे।

यह एक एकल-रात स्प्रिंट था जहां छात्र कुछ ऐसा बनाने / सीखने के लिए एक साथ आए थे जो उन्हें विश्वास है कि उन्हें सफल / मान्यता प्राप्त बना देगा। डॉ. आर. उदयकुमार, कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के डीन और कार्यक्रम संयोजक ने स्वागत भाषण दिया। कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर, महानिदेशक डॉ. बायजू जॉन और रजिस्ट्रार डॉ. संदीप गांधी ने अपने सार्थक और प्रेरित भाषणों से कार्यक्रम को संबोधित किया। यह कार्यक्रम स्मार्ट ऑटोमेशन, स्मार्ट सिटी और ग्रीन टेक्नोलॉजी के विषयों पर आधारित विचारों पर केंद्रित था।

समारोह के औपचारिक उद्घाटन के बाद विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिन्ह वितरित किए गए और सह-संयोजक और प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान और आईटी विभाग, डॉ आशा अंबाइकर द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया। कार्यक्रम के सह संयोजक ओ पी देवांगन थे।


ग्रीन टेक्नोलॉजी डोमेन के प्रतिभागियों में कलिंगा विश्वविद्यालय से सुश्री वर्षा देवांगन, सुश्री प्रीति सहानी, सुश्री स्वेता सिंह और दीपक ध्रुव शामिल थे। स्मार्ट सिटी के लिए प्रतिभागियों में सीएमआर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के धीरज रेड्डी, आरसीईटी भिलाई के पी वैभव, कलिंगा यूनिवर्सिटी के सृजन राजपूत, भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्ग के नलिनी अजवानी, कलिंगा यूनिवर्सिटी के आदित्य राज, रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी के गोरांचल शर्मा, शंकराचार्य टेक्निकल कैंपस के अंकुश कुमार, दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के अमन और केके मोदी यूनिवर्सिटी के पुलकित साहू शामिल थे।

स्मार्ट ऑटोमेशन के प्रतिभागियों में जीआईडीसी डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेज के श्री रितिक पांडे, कलिंगा यूनिवर्सिटी के अमानुवेल लाकड़ा, सेंट पीटर्स इंजीनियरिंग कॉलेज के ममिदी आशीष कुमार, कलासलिंगम यूनिवर्सिटी के प्रेमनाथ, कलिंगा यूनिवर्सिटी के जीवन वैष्णव और ज्ञान गंगा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के सैमुअल लॉरेंस शामिल हैं।

कार्यक्रम के समन्वयक कमलेश कुमार यादव, आकांक्षा मिश्रा, समिति के सदस्य तरूणा चोपड़ा, प्रशांता सरकार, पवन कुमार, दिव्या, स्वाति तिवारी, अनुपा सिन्हा, निकिता पथरोटकर, शिल्पी चौबे, कीर्ति थे, नाहक, सस्मिता दास और आकाश पांडे, समारोह की मास्टर तरूणा चोपड़ा थीं।

कार्यक्रम के समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. ए. के. तिवारी थे। इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. रेखा राम जांगेल और छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड, रायपुर की सहायक प्रोग्रामर अनामिका जैन उपस्थित थीं। डॉ. ए. के. तिवारी ने विद्यार्थियों से कहा कि वे स्वयं में विश्वास रखें और जीवन में सफलता हासिल करने के लिए खुशी और प्रतिबद्धता के साथ काम करें।

डॉ. रेखा राम जांगेल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास करना चाहिए और जीवन में सफलता हासिल करने के लिए कठिन अध्ययन करने के लिए प्रेरित रहना चाहिए। छात्रों ने अपनी प्रतिक्रिया साझा की और कार्यक्रम के लिए किए गए प्रबंध की सराहना की। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

हरित प्रौद्योगिकी के उप-विजेता कलिंग विश्वविद्यालय की टीम हाईटेक, प्रीति साहनी और अथुल्या के.एस. स्मार्ट सिटी थीम के विजेता थे हृतिक पांडेय जीडीईएस-जीआईडीसी डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेज गुजरात के थे जबकि उप-विजेता नलिनी अजवानी और बिट दुर्ग के राजा सिंह थे। स्मार्ट ऑटोमेशन के विजेता कुशाल जैन और कलिंग विश्वविद्यालय के तकनीकी सतर्कता विभाग के राहुल पासवान थे जबकि उप विजेता मामिदी आशीष कुमार और सेंट पीटर्स इंजीनियरिंग कॉलेज, हैदराबाद के प्रीथम रजनीश थे। प्रथम स्थान पाने वाले को 10000 रुपये और द्वितीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों 5000 रुपये का चेक मिला। ओ.पी. देवांगन ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम के लिए रजत प्रायोजक एमकेएस विजन था और कांस्य प्रायोजक एम/एस वीओओजी जानकारी, एम/एस डीप डाइव आईटी सॉल्यूशंस और मैसर्स आरके टेक सॉल्यूशंस थे।

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