'गांव निकला गड्डी लेके'...सनी देओल के लिए ऐसी दीवानगी कि पुरे गांव को मुफ्त में दिखाई गदर-2

उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन से एक अनोखी खबर सामने आई है। उज्जैन के रहने वाले दिवंगत लक्ष्मी नारायण जाट ने अपने आपको गदर के मुख्य किरदार ‘तारा सिंह’ के गेटअप में ढाल लिया था। इसके अलावा, अपनी जीवनशैली भी ‘तारा सिंह’ जैसी बना ली थी। इसी वजह से गांव के सभी लोग दिवंगत लक्ष्मीनारायण को ‘गदर सेठ’ के नाम से पुकारा करते थे।

अब गदर सेठ के ख्वाबो को उनका बेटा पूरा कर रहा है। बेटे ने अपने दिवंगत पिता के सनी देओल के फैन होने के चलते पूरे गांव को ही सिनेमाघर ले जाकर ‘गदर-2’ फिल्म दिखाई फिल्म देखने के लिए पूरा गांव नाचते-गाते और ढोल बजाते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली, कार और बाइक पर सवार होकर सिनेमा ले गए।
गांव बकानिया के निवासी दिवंगत लक्ष्मी नारायण उर्फ गदर सेठ फिल्म अभिनेता सनी देओल के बड़े फैन थे। उनके बेटे धर्मेंद्र ने इसी के चलते अपने पिता की याद में गांव के लोगों को गदर 2 फिल्म दिखाई।

गदर 2 मूवी देखने जाते पूरे गांव वाले

गदर सेठ के बेटे धर्मेंद्र जाट ने बताया कि, उनके पिता दिवंगत लक्ष्मी नारायण जाट ने साल 2001 में सनी देओल की गदर फिल्म देखी थी। तब से वो सनी देओल की बहुत बड़े फैन बन थे। सनी देओल के प्रति पिता की दीवानगी कुछ इस कदर थी कि उन्होंने ‘गदर’ फिल्म को टॉकीज में लगातार 45 बार देखा हर दिन गांव के किसी एक शख्स को अपने साथ फिल्म दिखाने ले जाते थे। यही नहीं, लक्ष्मी नारायण ने अपने आपको गदर के मुख्य किरदार ‘तारा सिंह’ के गेटअप में ढाल लिया था। इसके अलावा, अपनी जीवनशैली भी ‘तारा सिंह’ जैसी बना ली थी। इसी वजह से गांव के सभी लोग दिवंगत लक्ष्मीनारायण को ‘गदर सेठ’ के नाम से पुकारा करते थे।

सनी देओल के प्रति अपने पिता की दीवानगी के चलते ही पुत्र धर्मेंद्र जाट ने पूरे गांव को फिल्म दिखाने का फैसला लिया। ‘गदर सेठ’ का बेटा अपने गांववालों को ट्रैक्टर-ट्रॉली और कारों की रैली के माध्यम से उज्जैन शहर पहुंचा लेकिन सिनेमाघर पहुंचे तो एक साथ इतने लोगों की टिकट बुकिंग नहीं हो पाई। इसके बाद सांवेर स्थित पीवीआर में टिकट बुक किए और गाते बजाते ग्रामीणों के साथ सिनेमा हॉल में पहुंचे।

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