नई दिल्ली । भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रगनानंद चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारूआना को टाई-ब्रेक में 3.5-2.5 से हराया। यह टूर्नामेंट अजरबैजान के बाकू में खेला जा रहा है। प्रगनानंद यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। बता दें कि इससे पहले विश्वनाथन आनंद के नाम यह रिकॉर्ड था। आनंद ने साल 2002 में इस वर्ल्ड कप को जीत पूरे भारत का नाम रौशन किया था। वहीं एक बार फिर से भारत इतिहास दोहराने के करीब है। फाइनल में अब प्रगनानंदा क सामना दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से होगा। अगर प्रगनानंदा ये मैच जीत जाते हैं तो उन्हें इनाम में 91 लाख रुपए की राशि मिलेगी।

फाइनल में प्रगनानंदा और मैग्नस कार्लसन के बीच कांटे की टक्कर
फाइनल में आर प्रगनानंदा और मैग्नस कार्लसन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। दोनों खिलाडियों के बीच अब तक 19 मुकाबले हुए हैं। इसमें से कार्लसन ने 8 और प्रगनानंदा ने 5 मुकाबले जीते हैं। हालांकि 6 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।

चेस के लेजेंड विश्वनाथन आनंद ने बी दी बधाई
वहीं दूसरी ओर, चेस के लेजेंड माने जाने वाले विश्वनाथन आनंद ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट कर प्रगनानंद को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि प्रगनानंद फाइनल में पहुंच गया। उन्होंने टाईब्रेक में फैबियानो कारूआना को हराया और अब मैग्नस कार्लसन से उनका मुकाबला होगा। बहुत खूब।

दुनिया में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी प्रगनानंद
वहीं यह भी बता दें कि चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने वाले चेन्नई के रहने वाले प्रगनानंद ने 2018 में प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर की उपलब्धि हासिल की है। यानि कि वे भारत के सबसे कम उम्र के और उस समय दुनिया में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।