कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 135 दिनों से धरना पर बैठे एनटीपीसी के भूविस्थापित जनदर्शन में मिट्टी तेल उड़ेलकर पहुंचे। इस दौरान सुरक्षा में तैनात जवानों ने उन्हें किसी तरह आत्मदाह करने से रोक लिया है। बताया जा रहा है कि एनटीपीसी कोरबा के भूविस्थापित चारपारा गांव के 6 से 9 परिवार के लोगों ने न्याय न मिलने पर आत्मदाह का प्रयास करना चाहते थे।

दरअसल, मुआवजा और क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर 22 अप्रैल 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है। इस लंबे अंतराल में मध्यस्थता या समाधान के लिए कोई पहल/प्रयास होता नहीं दिखा। भूविस्थापितों के लिए लड़ने वाले सामने आए तो भी पब्लिसिटी के लिए, राजनीतिक दल के लोग भी समर्थन देकर भूल गए।

इधर हर तरफ से हताश होकर धरना पर बैठे भूविस्थापित मंगलवार को अपने ऊपर मिट्टी तेल डालकर आत्महत्या करने की नीयत से जनदर्शन में पहुंच गए। इन्हें इस हालत में देखते ही मौके पर तैनात सिपाहियों ने सतर्कता बरती और इससे पहले कि ये लोग खुद को आग लगा पाते, इन्हें रोक लिया गया। सूचना मिलते ही एसपी यू.उदयकिरण भी वहां पहुंचे। सिविल लाइन पुलिस भी पहुंच चुकी थी। इन सभी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इनकी समस्या का निराकरण के लिए प्रशासनिक पहल तेज होने की संभावना बनी है।