रायपुर। प्रदेश की कांग्रेस चुनाव समिति की सीएम हाऊस में दोबारा बैठक हुई। बैठक में करीब 30 सीटों पर एक नाम का पैनल तैयार कर लिया गया है। इनमें से ज्यादातर नाम पुराने हैं। बाकी सीटों के लिए पैनल तैयार करने की मशक्कत हुई। अब छानबीन समिति की बैठक 8 सितंबर को होगी। माना जा रहा है कि 10 तारीख के पहले केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी और पहली लिस्ट जारी हो जाएगी।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सैलजा की मौजूदगी में हुई बैठक में सीएम भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत सहित अन्य सदस्य शामिल हुए। बताया जा रहा है कि पहली लिस्ट में बस्तर के 8 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जा सकते हैं। क्योंकि यहां एक नाम का पैनल तैयार हो चुका है। बस्तर की तीन सीटें कांकेर, नारायणपुर, और दंतेवाड़ा को छोड़कर बाकी आठ सीटों पर एक नाम का पैनल रखा गया है। इनमें सुकमा से कवासी लखमा, बस्तर से लखेश्वर बघेल, जगदलपुर से रेखचंद जैन, केशकाल से संतराम नेताम, और पूर्व अध्यक्ष व मंत्री मोहन मरकाम को कोंडागांव सीट से अकेले नाम पैनल में रखा गया है।

जिलाध्यक्षों ने खुद के नाम पहले नंबर पर रखे..!

जानकारी मिल रही है कि रायपुर की दो सीटों ग्रामीण और पश्चिम को छोड़कर उत्तर और दक्षिण में पैनल बनाया गया है। चुनाव समिति की बैठक में कुछ जिलाध्यक्षों ने अपने खुद के नाम पैनल में पहले नंबर पर रखे हैं। इसको लेकर भी नाराजगी जताई गई। सीएम भूपेश बघेल ने चुनाव समिति में ऐसे जिलाध्यक्षों के खिलाफ कार्रवाई को कहा है।

महासमुंद की जिलाध्यक्ष रश्मि चंद्राकर का नाम पैनल में ऊपर है। इसके खिलाफ टिकट के बाकी दावेदारों ने प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर उनकी शिकायत की है। इसी तरह रायपुर ग्रामीण के जिलाध्यक्ष उधो वर्मा ने भी अपना नाम पैनल में ऊपर रखा है। इसको लेकर भी नाराजगी जताई गई है। न सिर्फ रायपुर-महासमुंद बल्कि सीएम के गृहजिले दुर्ग में भी इसी तरह का विवाद है।

बैठक को लेकर यह जानकारी भी सामने आई है कि सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव और बाकी मंत्रियों में रूद्रकुमार गुरू को छोड़कर बाकी नामों को अकेले पैनल में रखा गया है। रूद्रकुमार गुरू का चुनाव लड़ना तय है लेकिन उन्हें नवागढ़ अथवा मुंगेली से प्रत्याशी बनाया जाएगा। नवागढ़ में उनकी उम्मीदवारी का विरोध हो रहा है। इस वजह से यहां पैनल बना दिया गया है।