धमतरी। CSEB के ठेका कर्मी ने विभाग के अधिकारी और ठेकेदार पर आरोप लगाते हुए आत्महत्या की धमकी से भरा नोट अपने व्हाट्सएप्प स्टेटस पर लगा दिया। मगर इस पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। 4 दिन बाद इस कर्मी ने सचमुच सुसाईड कर लिया, तब विभाग में सनसनी फैल गई। सुसाईड नोट में कर्मचारी ने कई आरोप लगाये हैं।

यह मामला धमतरी के मगरलोड का है, जहां कर्मचारी रवि कुमार ने फांसी लगाकर जान दे दी। रवि कुमार रायपुर में चंगोराभाठा स्थित बिजली ऑफिस में काम करता था। खुदकुशी से पहले उसने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाये सुसाइड नोट में कर्मचारी ने अपने अधिकारी और ठेकेदार पर शोषण के आरोप लगाए थे।

तो बचाई जा सकती थी रवि की जान…

रवि कुमार बिजली विभाग में अनियमित कर्मचारी था। उसकी पोस्टिंग रायपुर के चंगोराभाठा जोन में थी। बताया जा रहा है कि वह कई दिनों से अपने अधिकारियों और ठेकेदार के रवैये से परेशान था। इसे लेकर चार दिन पहले उसने अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर खुदकुशी करने की बात कही थी। इसके बावजूद किसी ने भी उसकी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया। संभव है कि इतने दिनों में रवि के व्हाट्सएप्प स्टेटस को उसके सहकर्मियों, मित्रों और शुभचिंतकों ने देखा होगा। उसके ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों तक भी यह बात पहुंची होगी मगर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया और चार दिनों के बाद रवि ने सचमुच आत्महत्या कर ली। जिम्मेदार लोग और दोस्त-यार उससे चर्चा करते, उसकी शिकायत का समाधान करने का प्रयास करते तो संभव है कि रवि इस तरह जानलेवा कदम नहीं उठाता।

रवि कुमार ने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार बिजली विभाग के संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार को बताया है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम करते हुए सुसाइड नोट की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में अपनी गर्दन न फंसे यह सोचकर ठेकेदार और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई है।