नई दिल्ली। उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया में आए तूफान डेनियल और फिर अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। बाढ़ के चलते 5,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि 15,000 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। इस प्राकृतिक आपदा में पूर्वी शहर डर्ना सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि शहर का एक चौथाई हिस्सा नष्ट हो गया है। भूमध्य सागर से उठे इस तूफान ने पहले से ही एक दशक से चल रहे संघर्ष के बोझ तले दबे देश पर अपना प्रकोप फैलाया।

बताया जा रहा है कि, बाढ़ ने इमारतों को बहा दिया है, बांधों को तोड़ दिया है और पूर्वी लीबिया के कई शहरों में अभूतपूर्व विनाश किया है। इनमें अल-बायदा, अल-मर्ज, टोब्रुक, ताकेनिस, अल-बायदा, बट्टा शामिल हैं और यह पूर्वी तट से लेकर बेंगाजी तक फैला हुआ है।
विनाशकारी बाढ़ एक शक्तिशाली निम्न-दबाव प्रणाली का परिणाम है जो पहले भूमध्य सागर में जाने से पहले ग्रीस में गंभीर बाढ़ का कारण बनी और एक चक्रवात में विकसित हुई, जिसे मेडिकेन के रूप में जाना जाता है।

दरअसल, लीबिया 2011 के विद्रोह के बाद से अराजकता और सार्वजनिक सेवाओं और बुनियादी ढांचे में घटते निवेश से जूझ रहा है। इसमें लंबे समय तक शासक मोअम्मर गद्दाफी को उखाड़ फेंका गया और बाद में उनकी हत्या कर दी गई। लीबिया के पूर्वी शहर डर्ना में विनाशकारी बाढ़ में मारे गए 700 लोगों को दफनाया गया है और 10 हजार लोगों के लापता होने की आशंका है। वहीं, बचाव टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से और शवों को निकालने के लिए संघर्ष कर रही है।

अधिकारियों ने कहा कि रविवार रात भूमध्य सागर से उठे तूफान ‘डेनियल’ के कारण हुई बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ ने पूर्वी लीबिया के कई शहरों में भारी तबाही मचाई, लेकिन डर्ना शहर में सबसे अधिक नुकसान हुआ। डर्ना में भारी बारिश और बाढ़ के चलते बांध टूट गए, जिनका पानी आसपास के इलाकों में फैल गया।

पूर्वी लीबिया की सरकार के स्वास्थ्य मंत्री उस्मान अब्दुल जलील ने कहा कि हालात भयावह हैं। शहर के कई हिस्सों में शव जमीन पर पड़े हुए हैं। अस्पताल शवों से भरे पड़े हैं। कुछ ऐसे स्थान है, जहां हम अभी नहीं पहुंच पाए हैं। जलील ने कहा कि डर्ना में 700 शवों को दफनाया गया है। अधिकारियों ने पहले अनुमान लगाया था कि अकेले डर्ना में 2,000 से अधिक लोगों की मौत की आशंका है। वहीं अब लगभग 5,000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की संभावना है। ‘इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस’ और ‘रेड क्रिसेंट सोसाइटीज’ में लीबिया के दूत तामीर रमदान ने कहा कि अभूतपूर्व बाढ़ के बाद 10,000 लोग लापता हैं। ट्यूनीशिया से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र की पत्रकार वार्ता में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मरने वालों की संख्या ‘बहुत ज्यादा’ है और आने वाले दिनों में इसके हजारों तक पहुंचने की आशंका है।