नई दिल्ली। केरल में निपाह वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। खासकर कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के कई केस मिले हैं। यहां इस वायरस से 2 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बना दिया है। बताया जा रहा है कि, निपाह वायरस का ‘बांग्लादेश वेरिएंट’ केरल के कोझिकोड जिले में तेजी से फैल रहा है। इसका 5वां केस सामने आया है। इसके सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने अगले 2 दिन सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है।

कोझिकोड की डीएम ए गीता ने कहा कि 2 दिन सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। शैक्षणिक संस्थान छात्रों के लिए दो दिनों में ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था कर सकते हैं। हालांकि विश्वविद्यालय परीक्षा कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा। इस बीमारी में फिलहाल मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ही निपाह वायरस संक्रमण का एकमात्र इलाज उपलब्‍ध है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) की ओर से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज आज उपलब्ध करा दी जाएगी।

सिर्फ इन दुकानों को खोलने की इजाजत
वहीं, कोझिकोड में लगातार बढ़ते मामलों के बाद प्रशासन ने 7 पंचायतों में सभी शिक्षण संस्थान, आंगनबाड़ी केंद्र, बैंक और सरकारी संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है। प्रशासन की ओर से कहा गया कि सुबह 7 से शाम पांच बजे तक सिर्फ दवाइयां और जरूरी चीजों की दुकानें ही खोलने की इजाजत है।

ये क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोझिकोड जिले के दो केंद्रों और और उसके आसपास के पांच किलोमीटर के दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, एनआईवी (NIV) पुणे की एक टीम मोबाइल लैब स्थापित करने के लिए आज शाम तक कोझिकोड पहुंचेगी। एनआईवी पुणे की एक अन्य टीम चमगादड़ों के सर्वे के लिए आएगी। सर्वे के लिए चेन्नई से महामारी विशेषज्ञ भी पहुंचने वाले हैं। उन्होंने आगे कहा, स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से इस वायरस से बचने के लिए हर संभव प्रयास किया है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग का एकमात्र प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस वायरस से बचाने और इलाज मुहैया कराने का है।