रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय ने छत्तीसगढ़ ताइक्वांडो एसोसिएशन के अधिकारियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों को ताइक्वांडो प्रशिक्षण प्रदान करना है।

यह प्रशिक्षण छात्रों के लिए बिना किसी वित्तीय प्रभाव के प्रदान किया जाएगा। ताइक्वांडो भारत में सबसे लोकप्रिय और प्रचलित कोरियाई मार्शल आर्ट्स में से एक है। इसकी विशेषता है पंचिंग और किक तकनीक, हेड-हीट किक पर जोर, स्पिनिंग किक, और तेज किकिंग तकनीक।

यह समझौता ज्ञापन तीन वर्ष की अवधि के लिए होगा। कलिंगा विश्वविद्यालय की ओर से डॉ. संदीप गांधी ने कलिंगा विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. संजीव कुमार यादव की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। छत्तीसगढ़ ताइक्वांडो संघ की ओर से जिला रायपुर के सचिव योगेश कुमार ने ताइक्वांडो कोच श्री रामकृष्ण टी की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्र प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।

यह उल्लेखनीय है कि कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत में एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के लिए, विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा बी+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों के बैंड में वर्ष 2022 और 2023 में एनआईआरएफ रैंकिंग में शामिल है।

छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है ताकि नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिकों की भावना विकसित करने के लिए वैश्विक बेंचमार्क के अनुसार छात्रों में नवाचार का समावेश किया जा सके।

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