जांजगीर-चाम्पा। सरकार तो बदल जाती हैं लेकिन इनके अधीन काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के रवैये नहीं बदलते। रिश्वतखोरी को कर्मचारियों ने अपनी आदत में शामिल कर लिया है और वे बगैर रिश्वत के काम ही नहीं करते। जिले में शासन-प्रशासन नाम का नाम भी नहीं बचा है। कर्मचारियों को ना तो जिला प्रशासन का भय है ना शासन की चिंता, उन्हें मतलब है तो सिर्फ पैसे से ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अकलतरा ब्लॉक के अकलतरी गांव का पटवारी किसान से केसीसी लोन के दस्तावेज में हस्ताक्षर करने के बदले में 5 हजार रुपये की मांग कर रहा है और पैसा नहीं देने पर किसी भी हालत में लोन नहीं निकलने की धमकी दे रहा है। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद एसडीएम ने पटवारी को निलंबित कर दिया है।

बता दें कि, वायरल वीडियो में कुर्सी में बैठा दिख रहा व्यक्ति अकलतरी गांव का पटवारी शोभनाथ पांडेय बताया जा रहा है और उसके सामने बैठा किसान नारायण सिंह अपने बेटे के साथ पटवारी कार्यालय पहुंचा. शुक्रवार को पटवारी ने नारायण सिंह की डेढ़ एकड़ जमीन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से लोन निकालने के लिए दस्तावेज तैयार करने अपने कार्यालय बुलाया था. जहां दस्तावेज में दस्तखत करने के बदले 5 हजार रुपए की मांग की, पटवारी के इस मांग का किसान के बेटे ने विरोध किया और शासन की योजना का हवाला देते हुए पटवारी दस्तावेज पास करने की मांग की. जिस पर तैस में आकर पटवारी ने किसान को कार्यालय से भगा दिया और किसी से भी शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं होने की धमकी भी दे दी ।

वहीं अकलतरा तहसील के हल्का नंबर 16 के पटवारी शोभनाथ पाण्डेय का वायरल वीडियो देखने के बाद राजस्व विभाग हरकत में आया और मामले में संज्ञान लेते हुए एसडीएम अकलतरा ने पटवारी शोभनाथ पाण्डे को निलंबित कर दिया।