टीआरपी डेस्क। लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अमृतकाल की प्रथम प्रभा का प्रकाश, राष्ट्र में एक नया विश्वास, नया आत्मविश्वास, नई उमंग, नए सपनें, नए संकल्प और राष्ट्र का नया सामर्थ्य उसे भर रहा है। आज चारों तरफ भारतवासियों की उपलब्धि की चर्चा गौरव के साथ हो रही है।

लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि G-20 समिट से देश का गौरव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि देश की 75 वर्षों की संसदीय यात्रा का पुनः स्मरण करने के लिए और नए सदन में जाने से पहले, उन प्रेरक पलों को, इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ी को याद करते हुए आगे बढ़ने का ये अवसर है। पीएम मोदी ने कहा कि ये सही है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों का था। लेकिन ये बात हम कभी नहीं भूल सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में परिश्रम, पसीना और पैसा मेरे देशवासियों के लगा था।संसद के विशेष सत्र के पहले दिन लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि देश की 75 वर्षों की संसदीय यात्रा इसका एक बार पुनः स्मरण करने के लिए और नए सदन में जाने से पहले उन प्रेरक पलों को, इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ी को स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का यह अवसर है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं। आजादी के पहले यह सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल का स्थान हुआ करता था। आजादी के बाद इसे संसद भवन के रूप में पहचान मिली।संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो चुका है। लोकसभा में पीएम मोदी संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज हम ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं। पुराने या नए संसद भवन में हमारे मजदूरों का ही पसीना बहा है। उन्होंने कहा कि पुराना संसद नई पीढ़ी को प्रेरणा देता रहेगा।संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो चुका है। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। अब से थोड़ी देर में प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा को संबोधित करेंगे। संसद के दोनों सदनों में आज 75 साल की संसदीय यात्रा पर एक साथ चर्चा होगी।

19 सितंबर से विशेष सत्र का शेष हिस्सा नए संसद भवन में शिफ्ट हो जाएगा।पीएम मोदी ने संसद का विशेष सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 और G-20 समिट की सफलता का जिक्र करते हुए विपक्ष पर तंज भी कसा। पीएम मोदी ने सभी सांसदों से संसद की चर्चा में भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि ‘रोने-धोने के लिए बहुत समय होता है, करते रहिए… जीवन में कुछ पल ऐसे भी होते हैं जो उमंग से भर देते है, विश्‍वास से भर देते हैं। मैं इस छोटे सत्र को उस रूप में देखता हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि ये सही है कि संसद का ये सत्र छोटा है लेकिन समय के हिसाब से ये बहुत बड़ा है। ऐतिहासिक निर्णयों का ये सत्र है।सद के विशेष सत्र से पहले पत्रकारों से बातचीत में पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 और जी20 शिखर सम्‍मेलन की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि भारत का सामर्थ्‍य पूरी दुनिया ने देखा। पीएम ने कहा कि मून मिशन की सफलता चंद्रयान-3, हमारा तिरंगा फहरा रहा है। शिव शक्ति प्वाइंट नई प्रेरणा का केंद्र बना है।

तिरंगा प्वाइंट हमें गर्व से भर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जी-20 में भारत इस बात के लिए हमेशा गर्व करेगा कि हम ग्लोबल साउथ की आवाज बनें। अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता और जी-20 में सर्वसम्मति से डिक्लेरेशन ये सारी बातें भारत के उज्ज्वल भविष्य के संकेत दे रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र छोटा है मगर समय के हिसाब से यह बहुत बड़ा है। यह ऐतिहासिक निर्णयों का यह सत्र है।