दुर्ग। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग जिले के अधिवक्तओं को बड़ी सौगातें दी है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं का समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने देश की आजादी में अधिवक्ताओं की योगदान को उद्घृत करते हुए कहा कि समाज की विकास के लिए तब भी अधिवक्ताओं का योगदान रहा और आज भी है। आज समाज में सबसे ज्यादा बुद्धिजीवी अधिवक्ताओं को ही माना जाता है।

जिला न्यायालय परिसर में 33 लाख रूपए की लागत से निर्मित अधिवक्ता संघ के आदर्श लाइब्रेरी का लोकार्पण और 2 करोड़ 19 लाख रूपए की लागत से बार रूम नंबर 04 की पुरानी बिल्डिंग के नये सिरे से निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के एडव्होकेट जनरल सतीश चंद्र वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।

अधिवक्ताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शपथ ग्रहण के समय अधिवक्ता संघ द्वारा लाइब्रेरी एवं बार रूम मरम्मत की मांग की गई थी. मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ में न्यायालयीन व्यवस्था से जुड़ी व्यवस्था संबंधी विभिन्न मांगे पूरी की गई है।

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भारत के संविधान में व्यवस्था है कि यदि आप आरोपी है, तो इसके विरूद्ध अपनी बाते रखने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में भय सबके अंदर है, पर इसके विरूद्ध किसी ना किसी को आगे आना होगा। मुख्यमंत्री ने न्यायालयीन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अधिवक्ताओं के योगदान के लिए सभी को शुभकामनाएं दी। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के एडव्होकेट जनरल सतीश चंद्र वर्मा ने कहा कि न्यायालयीन व्यवस्था में आवश्यकताओं के लिए मुख्यमंत्री की पहल पर प्रकाश डाला।

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