गढ़चिरौली। पुलिस ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 16 लाख रुपये के इनामी 48 वर्षीय नक्सली को गिरफ्तार कर किया है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को गढ़चिरौली में महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा के पास कट्टर नक्सली चैनूराम उर्फ सुक्कू वट्टे कोर्सा की मौजूदगी की जानकारी मिली थी, जहां वह जरावंडी और पेंडारी चौकियों पर पुलिस दल की गतिविधियों पर नजर रख रहा था।

नारायणपुर जिले का रहने वाला है कोर्सा

उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सी-60 गढ़चिरौली के कर्मियों द्वारा जरावंडी से सोहगांव जाने वाली सड़क पर एक अभियान की योजना बनाई गई और कोरसा को पकड़ लिया गया। अधिकारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के टेकामेटा का निवासी कोर्सा इस साल मार्च में हिक्कर में गोलीबारी, सात अन्य मुठभेड़ों और एक हत्या में शामिल था।

2016 से बड़ी जिम्मेदारी निभा रहा था नक्सली नेता

उन्होंने बताया कि कोर्सा ने नवंबर 2016 में माड आपूर्ति टीम में एक डिविजनल कमेटी के सदस्य के रूप में शुरुआत की और बाद में उन्हें टीम का डिप्टी कमांडर बनाया गया। महाराष्ट्र सरकार ने कोर्सा पर 16 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। चैनूराम वट्टे कोर्सा अबुजामाड़ क्षेत्र के सभी नक्सली दलमों तक विस्फोटक और अन्य सामग्री पहुंचाने के लिए जिम्मेदार था। वह वर्तमान में नक्सली मटेरियल सप्लाई के डिप्टी कमांडर के पद पर था। चैनूराम 2000 में पर्लकोटा दलम में शामिल हुए. 2016 से उन्हें बड़ी जिम्मेदारियां दी गई है।

गिरफ्तार माओवादी सदस्य के बारे में जानकारी

26 जून 2000 को पर्लकोटा दलम में सदस्य के रूप में शामिल होकर साल 2002 तक काम किया।

साल 2002 में एसीएम पद पर पदोन्नति होकर साल 2003 तक काम किया।

साल 2003 में डीव्हीसीएम पद पर पदोन्नत होकर साल 2014 तक माड डिवीजन में काम किया।

साल 2014 में डिव्हीसीएम पद से पदोन्नत कर दिया गया और सप्लाय टीम/स्टाफ टीम में एसीएम के रूप में काम किया।

सप्लाई टीम/स्टाफ टीम में तारिख 26/11/2016 को पुन: डीव्हीसीएम के पद पर पदोन्नत किया गया और आज तक सप्लाई टीम/स्टाफ टीम में डिप्टी कमांडर के रूप में काम किया।

अब तक 71 गिरफ्तार, समर्पण की अपील

अधिकारी ने बताया कि गढ़चिरौली पुलिस द्वारा चलाए गए सघन अभियान के कारण जनवरी 2022 से अब तक 71 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नीलोत्पल ने माओवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने और सम्मान के साथ अपना जीवन जीने के लिए आत्मसमर्पण करने की अपील की है।