रायपुर। राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अमित शाह ने राजनांदगांव में सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिये योजनाबद्ध तरीके से भाषण दिया, हम चुनाव आयोग से अपेक्षा करेंगे की वह स्वयं संज्ञान ले और अमित शाह पर कार्यवाही करे। कांग्रेस पार्टी भी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेगी।

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अमित शाह छत्तीसगढ़ आये थे, ईडी के रट्टू तोते की भांति एक बार फिर से ईडी की लिखी पटकथा के आधार पर कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा कर गये। अमित शाह बड़ी बेशर्मी से देश की सबसे ईमानदार सरकार जिसकी योजनाओं का शत प्रतिशत हिस्सा सीधे हितग्राहियों के खाते में जाता है पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे है।

शुक्ल ने सवाल उठाया कि छत्तीसगढ़ के चावल का कोटा केन्द्र 86 लाख से घटाकर 61 लाख क्यों किया इस पर अमित शाह कुछ नहीं बोले? बताये छत्तीसगढ़ का कोटा क्यों घटाया? भ्रष्टाचार पर बड़ी-बड़ी बाते करने वाले और हमारी सरकार पर मनगढ़त आरोप लगाने वाले अमित शाह ने यह नहीं बताया अडानी की सेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसके लगे है?

रमन और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यो के 1 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार पर अमित शाह की बोलती क्यों बंद है? अमित शाह आज़ की सभा में शायद रमन सिंह के भ्रष्टाचार की चैन और अमन एटीएम को याद कर रहे थे। डॉक्टर साहब, मैडम सीएम और ऐश्वर्या रेसीडेंसी का पता जो नान मामले में जप्त डायरी में दर्ज़ था।
चाऊर वाले बाबा का मुखौटा लगाकर छत्तीसगढ़ के लाखों गरीब जनता के नाम पर फर्जी राशन कार्ड बनाकर 36 हजार करोड़ के नान घोटाले का पैसा नागपुर, लखनऊ और दिल्ली तक पहुंचा।

सुशील आनंद ने कहा कि भ्रष्टाचारियों को उल्टा लटकाने की बात, अमित शाह का जुमला है, दरअसल भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के राष्ट्रीय संरक्षक तो अमित शाह ही है। छत्तीसगढ़ के नान घोटाले, पनामा पेपर, चिटफंड घोटाले, झलकी घोटाले, इंदिरा प्रियदर्शिनी घोटाले, आंखफोडवा कांड, नकली दवा कांड सभी के आरोपियों को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया इस पर अमित शाह क्यों मौन थे?