सक्ती। छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लगने के बाद लापरवाह सरकारी कर्मियों पर तलवार लटकी हुई है। सक्ती जिला में निर्वाचन अधिकारी ने पंचायत में शासन की योजनाओं और राजनीतिक पोस्टर और पेंटिंग नही हटवाने पर 2 पंचायत सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बता दें कि एक दिन पहले ही रायपुर जिला पंचायत सीईओं ने संपत्ति विरूपण कार्य में लापरवाही को लेकर एक पंचायत सचिव को निलंबित किया था।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 9 अक्टूबर से आचार संहिता प्रभावशील है। ऐसे में ग्राम पंचायतो में शासकीय एवं निजी स्थानों से सम्पत्ति विरूपण की कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया था। जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के बाद भी ग्राम पंचायत देवरघटा व रायपुरा में 13 अक्टूबर 2023 तक संपत्ति विरूपण नहीं होना पाया गया। इस गंभीर लापरवाही पर सक्ती कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी नूपुर राशि पन्ना ने निर्वाचन कार्य मे लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत देवरघटा व रायपुरा के सचिव को निलंबित कर दिया है।
जनपद पंचायत जैजैपुर के सीईओं द्वारा अपने प्रतिवेदन में ग्राम पंचायत देवरघटा के सचिव यादराम खूंटे और रायपुरा के सचिव लक्ष्मण दास महंत का कृत्य घोर लापरवाही वाला बताया गया। दोनों सचिवों का यह कृत्य पदीय कर्तव्य के प्रति अनुशासनहीनता तथा उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की श्रेणी में आता है। जनपद सीईओं की इस रिपोर्ट के बाद कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने आचार संहिता के दौरान निर्वाचन कार्य के प्रति गंभीर लापरवाही करने वाले दोनों पंचायत सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।