रायपुर। उत्तर विधानसभा में अखिरकार कांग्रेस ने विधायक कुलदीप जुनेजा को ही तीसरी बार चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है। वहीं भाजपा ने यहां से पुरंदर मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा है। धीरे-धीरे अब यहां का चुनाव हाई वोल्टेज होता जा रहा है। दोनों प्रत्याशी निकल पड़े हैं सघन प्रचार प्रसार में। इसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई और तब दोनों के बीच हुई हलकी-फुलकी बातचीत का लोगों ने खूब आनंद उठाया।

दरअसल शांतिनगर के भंडारे में कुलदीप जुनेजा और भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा का आमना-सामना हुआ। उसी दौरान पुरंदर ने हल्के फुल्के अंदाज में जुनेजा के कंधे पर हाथ रखकर कहा आप मोपेड पर घुमते हैं मैं रिक्शे में घूमकर प्रचार करूंगा। बता दें कि 2008 में अस्तित्व में आई रायपुर उत्तर विधानसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है।

भंडारा खिलाने में जुट गए जुनेजा

शांतिनगर राम मंदिर में दोपहर करीब 3.15 बजे भंडारा चल रहा था। भक्तों की पंगत बैठकर भंडारा खा रही है। यहां कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा भक्तों को भंडारा परोस रहे थे। कुछ देर भंडारा परोसने के बाद वे जैसे ही पंगत से बाहर आ रहे थे, मंदिर के बरामदे वाले हिस्से से भंडारा ग्रहण कर भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा बाहर निकले।

जुनेजा को देखते ही पुरंदर ने बधाई देते हुए कहा- आपका टिकट पक्का हो गया। चलो बधाई, जीत हार तो लगी रहती है। फिर उनके बीच दशहरे को लेकर चर्चा शुरू हो गई। जुनेजा बोले मैं तो मंच पर नहीं चढूंगा, पुरंदर बोले मैं भी नीचे ही रहूंगा। उसके बाद दोनों ने एक दूसरे से पूछा किधर जा रहे हैं? पुरंदर बोले मैं तो जवाहरनगर फोकट पारा जा रहा हूं। फिर विधायक ने अपनी मोपेड उठाई और पीए को बिठाकर सबसे विदा ली। उनके जाने के बाद पुरंदर भी अपनी गाड़ी में सवार होकर समर्थकों के साथ रवाना हो गए। दोनों ने एक दूसरे से कहा – कृपा बनी रहे। इस दौरान लोगों ने इस वाकये की तस्वीरें फटाफट अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लीं।

बताते चलें कि परिसीमन के बाद इस सीट पर पहली बार कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की। उस समय कुलदीप जुनेजा को ही प्रत्याशी बनाया गया था। 2013 में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। भाजपा के उम्मीदवार श्रीचंद सुंदरानी ने कांग्रेस विधायक को हराकर विधानसभा में एंट्री पाई थी, लेकिन 2018 में फिर जुनेजा इस सीट से चुने गए। कांग्रेस ने चौथी बार फिर उन्हीं पर भरोसा किया है। हालांकि कांग्रेस की ओर से जारी पहली दो लिस्ट में उत्तर विधानसभा का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया था। इस दौरान कई नाम सामने आए लेकिन अंत​त: टिकट जुनेजा को ही दिया गया।