0 भाजपा की 58 शिकायतों पर अब तक नहीं हुई कोई कार्रवाई

रायपुर। प्रदेश भाजपा के सह चुनाव प्रभारी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और डॉ मनसुख मांडविया के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले से मुलाकात की। उनसे हुई आधे घंटे की चर्चा के बाद डॉ मांडविया ने कहा कि यदि यहां हमारी शिकायतों का निराकरण नहीं हुआ तो राष्ट्रीय आयोग में भी शिकायत करेंगे।

डॉ. मांडविया के साथ सांसद सुनील सोनी, पूर्व सांसद चंद्रशेखर साहू, भाजपा निर्वाचन समिति के संयोजक डॉ विजय शंकर मिश्रा भी थे। डॉ मांडविया ने सीईओ दफ्तर में मीडिया से चर्चा में कहा कि हमने अब तक सीईओ को आचार संहिता उल्लंघन की 58 शिकायतें की हैं। इनमें से किसी पर भी कार्रवाई नहीं की गई है । उन्होंने उम्मीद जताई कि छत्तीसगढ़ के आफिसर्स निष्पक्षता से काम करें और राज्य में लोकतंत्र का जतन (सम्मान) करें।

भाजपा की इस तरह की हैं शिकायतें

डॉ. मांडविया ने बताया कि हमें कई विस क्षेत्रों से शिकायतें मिली है। सरकार के दबाव में अफसर भाजपा की सामग्री ले जा रही गाड़ियों को रोक रहे हैं। लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अधिकार है कि वो किसी भी पार्टी के लिए प्रचार कर सकता है। अपने घरों में पार्टी के झंडे बैनर लगा सकता है। पार्टी भी व्यक्ति की अनुमति से घरों में झंडे लगा सकती है, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता अपने घर पर झंडे लगा रहे हैं तो उनको प्रताड़ित किया जा रहा है ।

भाजपा नेताओं को डराने की जा रही हैं हत्याएं

डॉ.मांडविया ने कहा कि भाजपा नेताओं को डराने के लिए हत्याएं की जा रही हैं। हत्यारे सार्वजनिक तौर पर चैलेंज कर रहे हैं, लेकिन उन पर एक्शन नहीं हो रहा। दंतेवाड़ा, बीजापुर,नारायणपुर विस क्षेत्रों में तो खुलेआम आचार संहिता भंग की जा रही है। लोगो को डराया जा रहा, और ऐसी स्थिति में निष्पक्ष चुनाव हो यह आवश्यक है। आज हमने CEO के समक्ष अपनी बात रखी है । विश्वास करते हैं कि CEO निराकरण करेंगी, समाधान नहीं होगा तो CEC से भी शिकायत करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि छत्तीसगढ़ की जनता भय के बिना, निष्पक्षता से वोट करेगी और अपनी पसंद सी सरकार चुनेगी।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह भी पार्टी के सांसद सुनील सोनी, संतोष पांडे और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी CEO से भेंट कर शिकायत की थी, मगर उस पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर आज केंद्रीय मंत्री ने मुलाकात की।