रायगढ़। राहुल गांधी ने आज खरसिया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी आदिवासियों को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते । पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री करोड़ों रुपये का सूट पहनते हैं। पिछले 10 सालों में नरेंद्र मोदी ने एक कपड़ा दो बार पहन लिया हो तो मुझे दिखा दो।

बजट का हर एक रुपया नरेंद्र मोदी और ये 90 लोग तय करते हैं। राहुल गांधी पूछ रहा है कि 90 लोगों में से ओबीसी, आदिवासी, दलित कितने ? हिन्दुस्तान के बजट में 100 रुपये खर्च किए जाते हैं तो 100 में से 5 रुपये का निर्णय ओबीसी तय करते हैं. यानी सिर्फ 5 प्रतिशत. जब ओबीसी की आबादी की 50 प्रतिशत से कम नहीं है तो उनकी हिस्सेदारी इतनी कम क्यों।

आदिवासियों की आबादी 12 प्रतिशत लेकिन 90 में से केवल 3 आदिवासी। जो कि बजट के 100 रुपये में केवल 10 पैसे का निर्णय लेते हैं। जैसे मैनें ये बात उठाई तो ये लोग कहते हैं कि देश में कोई जात नहीं। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बयान निशाना साधते हुए कहा कि यदि देश में कोई जाति नहीं है, सिर्फ गरीब हैं तो आप अपने आपको आप 24 घंटे ओबीसी क्यों कहते हो ?

जब आपके लोग मध्यप्रदेश में आदिवासी युवा पर पेशाब करते हैं और उसका वीडियो वायरल करते हैं, तो जो व्यक्ति जिस पर पेशाब किया गया वो आदिवासी नहीं है गरीब है। आप ओबीसी, दलित आदिवासी की बात करते हो और कहते हो कि देश में कोई जाति नहीं।

नरेंद्र मोदी ने ओबीसी शब्द का प्रयोग किया। प्रधानमंत्री बने। सबको कहा मैं ओबीसी हूं। लेकिन जब ओबीसी की मदद करने का समय आया। जाति जनगणना करने का समय आया, तो पीएम कहते हैं हिन्दुस्तान में जात नहीं है। हिन्दुस्तान को एमपी नहीं चलाते, प्रधानमंत्री 90 अफसरों के साथ मिलकर चलाते हैं.।

सवाल ये उठता है कि मोदी और ये 90 लोग देश चलाते हैं. मैनें पीएम मोदी से पूछा 90 में से कितने ओबीसी अफसर कितने हैं. उस दिन से पीएम मोदी ओबीसी शब्द का प्रयोग करना बंद कर दिए हैं।

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