बलौदाबाजार।
छत्तीसगढ़ में इस बार लोकतंत्र का महापर्व और दिवाली आतिशबाजी के साथ धूमधाम से मनाई जाएगी। दो महापर्व होने के कारण इस बार पटाखोंं की मांग अधिक होने की संभावना है। आतिशबाजी के लिए पटाखों की दुकाने भी सज गई है। पटाखा व्यवसायी अच्छे कारोबार होने की आशंका से काफी खुश नजर आ रहे हैं। वहीं पटाखा दुकानों के आबंटन को लेकर प्रशासन की बड़ी लापहवारी सामने आई है । शहर का पटाखा दुकान इन दिनों चुनाव को देखते हुए दशहरा मैदान से हटाकर इंदिरा कॉलोनी मुख्य मार्ग पर लगाया गया है. जहां दुकान आबंटित की गई है. आबंटित दुकानों के ठीक सामने विद्युत ट्रांसफार्मर लगा है जो खतरे की घंटी भी है। जिससे निकली एक चिंगारी बड़ी तबाही मचा सकती है और सब कुछ तहस नहस हो सकता है. यह बड़ी लापरवाही बलौदाबाजार के इंदिरा कॉलोनी मुख्य मार्ग में लगे पटाखा दुकान के पास की है।

इंदिरा कॉलोनी मुख्य मार्ग में लगे फटा का दुकान के ठीक सामने दो-दो टांसफार्मर लगे हैं जो कभी भी वोल्टेज के चलते चिंगारी गिरकर पटाखे पर लग सकती है. इस तरह की लापरवाही कहीं न कहीं प्रशासनिक चुक को बता रही है. वहीं मध्यमवर्गीय पटाखा व्यापारी जान जोखिम में डालकर व्यापार करने को मजबूर है. पटाखा व्यापारियों का कहना है कि जगह नीलामी के पूर्व नगरपालिका एसडीएम कार्यालय और कलेक्टर को आवेदन देकर स्थान बदलने निवेदन किया था पर नहीं सुना गया और अब हमलोग खतरे के बीच दुकान लगा रहे हैं, डर भी है और व्यापार भी करना है।

वहीं फायर सेफ्टी इंचार्ज जितेंद्र कुर्रे ने मीडिया से कहा कि पटाखा दुकान के सामने पंडाल लगा है जो विद्युत ट्रांसफार्मर से लगा है. अमुनन वोल्टेज कम ज्यादा होने से चिंगारी गिरती है. जिससे कभी भी घटना घट सकता है. उन्होंने कहा कि मैंने अपने अधिकारी को बता दिया है और यदि घटना घटती है तो हम कंट्रोल नहीं कर पायेंगे।

पटाखा व्यापारियों का कहना है कि नीलाम के पूर्व ही जगह बदलने कहा गया था पर नहीं बदला गया. पहले यह दुकान दशहरा मैदान मे लगता था पर इस बार चुनाव के कारण यहां लगाये है. खतरा है पर जोखिम उठाकर काम कर रहे हैं और जो पर्दा लगा है वह धुप से बचने लगाया गया है।