रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईव्हीएम में कैद है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्ट्रांरूम में रखी गई ईव्हीएम मशीनों की निगरानी की जा रही है। कांग्रेसी नेताओं को स्ट्रांग रूम में रखी गई ईव्हीएम मशीनों की सुरक्षा को लेकर संदेह है और गड़बड़ी होने की आशंका पर स्वयं रतजगा कर स्ट्रांग रूम की चौकीदारी कर रहे हैं।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तैनाती पर कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा कि स्ट्रांग रूम के बाहर स्थानीय स्तर पर और प्रदेश स्तरीय समिति भी बनाई गई है। मतगणना को लेकर संगठनों को निर्देशित किया गया है. जिला स्तर पर भी कंट्रोल रूम स्थापित की गई है. कांग्रेस मतगणना को लेकर तैयार करके बैठी है और कांग्रेस कार्यकर्ता उसकी निगरानी कर रहे हैं।

ठाकुर ने कहा, 33 जिला मुख्यालयों में कांग्रेस कार्यकर्ता ईवीएम की सुरक्षा कर रहे। ईवीएम की निगरानी के लिए राज्यस्तरीय टीम का गठन किया गया है. शिफ्ट में दो पदाधिकारी बने हुए पंडाल से ईवीएम की निगरानी कर रहे। पहरेदारी में लगे लोगों की मॉनिटरिंग के लिए तीन टीमों को जिम्मेदारी दी गई है. कंट्रोल रूम से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से अपडेट ले रहे. प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा स्ट्रांग रूम में किसी को जाने की अनुमति नहीं है।

नए चहरों वाले विधानसभा में वोटिंग प्रतिशत बढ़ने को लेकर धनंजय ठाकुर ने कहा, पूरे प्रदेश में वोटिंग प्रतिशत संतोषजनक है. सरकार के पांच साल के काम पर मतदाताओं का रुझान है. पिछली बार की तुलना में मतदान ज्यादा ही हुआ है। नए चहरों वाले विधानसभा में ज्यादा वोटिंग हुई है. वहां मतदाताओं की संख्या भी बढ़ी है. दोनों उसका कारण है और कांग्रेस का घोषणा पत्र और सरकार के काम इसका मूल कारण है।