रायपुर । राजधानी रायपुर में कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बड़ी संख्या में झूंड बनाकर शहर के चौक चौराहों एवं गलियों में घूम रहे आवारा कुत्ते राहगीरों को अपना शिकार बना रहे हैं। राजधानी रायपुर में आवारा कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि कुत्तों के झूंड को देखकर लोग गलियों से गुजरने में भी कतराने लगे हैं। कुत्तों ने आज राजधानी के मेडिकल कालेज में पदस्थ एक डाक्टर को नोचकर घायल कर दिया।

मेडिकल कालेज के पैथोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा अरविंद नेरल किसी काम को लेकर कटोरा तालाब गए थे। स्वप्निल नर्सिंग होम्स के सामने चारपहिया वाहन से उतरकर आगे बढ़ते ही चार-पांच कुत्तों ने उन्हें घेर लिया।
वे कुछ समझते, संभलते, इसके पहले कुत्तों ने पैरों में काटना शुरू कर दिया। डा अरविंद नेरल को आसपास खड़े लोगों ने बचाया। डा नेरल के पैरों पर कुत्तों ने चार जगह नोचा है।

डा अरविंद नेरल ने बताया कि वे कार से जैसे ही उतरे, कुत्तों ने घेर लिया। वे चुपचाप धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे, इसी दौरान कुत्तों ने काटना शुरू कर दिया। आंबेडकर अस्पताल में उन्होंने इलाज कराया है। आंबेडकर अस्पताल, जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों के आंकड़ों के अनुसार रोजाना 20 से 25 नए मामले डाग बाइट के सामने आ रहे हैं, जबकि निगम द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन 16 कुत्तों का बधियाकरण किया जाता है, लेकिन इस हिसाब से रोजाना आठ से दस लोग अतिरिक्त इसका शिकार हो रहे हैं।
निगम का अमला इसे लेकर गंभीरता नहीं

वहीं निगम का अमला जब कोई घटना होती है, तब सक्रिय हो जाता है, लेकिन इसके बाद वापस से सुस्त गति में चला जाता है। इसकी वजह से लोग आए दिन परेशान होते जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद निगम का अमला इसे लेकर गंभीरता नहीं बरत रहा है।