रायपुर। ठेका कंपनियां अक्सर बड़े-बड़े काम करने के फेर में ठगी का शिकार हो जाती हैं। ऐसा ही एक मामला राजधानी रायपुर में सामने आया है। इसमें अमृत भारत योजना के तहत एसटीपी बनाने का ठेका देने के नाम पर सवा करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी मेसर्स केके स्पन प्राइवेट लिमिटेड के एक डायरेक्टर कविश गुप्ता को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। दो अन्य डायरेक्टरों की तलाश की जा रही है।

विधानसभा थाने में दर्ज FIR के मुताबिक मेसर्स अंश इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स के संचालक अजय नायर को मेसर्स केके स्पन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हिमांशु गुप्ता, कविश गुप्ता और विनोद कुमार मित्तल ने मध्यप्रदेश में एसटीपी निर्माण का ठेका दिया था। कंपनी को अमृत भारत योजना वन के तहत एमपी के चार जिलों में एसटीपी बनवाना था। इसके निर्माण का पेट्टी ठेका अजय नायर को दिया गया। कंपनी का वर्क आर्डर मिलने पर अजय ने सतना में एसटीपी निर्माण शुरू कर दिया। निर्माण कार्य का 2 करोड 56 लाख 77 हजार रुपए का बिल बना। इसके भुगतान के लिए बिल केके स्पन कंपनी के डायरेक्टरों को भेजा गया। इसमें से केवल 1 करोड़ 32 लाख 72 हजार 777 रुपए ही दिया गया। बाकी के 1 करोड़ 24 लाख 500 रुपए नहीं दिया।

आरोपी हिमांशु, कविश और विनोद कुमार ने जिस दिन उसे वर्क आर्डर जारी किया था, उसी दिन उनकी कंपनी के नाम से फर्जी बिल बनाकर योजना से संबंधित विभाग में लगा दिया था। इसमें फर्जी पेट्टी के दस्तावेज भी थे। अजय की शिकायत पर विधानसभा पुलिस ने हिमांशु गुप्ता, कविश गुप्ता और विनोद कुमार मित्तल के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज किया। बाद में धारा 409, 467, 468, 469 भी जोड़ा गया।

जमानत याचिका हुई निरस्त

तीन माह पूर्व इस मामले में अपराध दर्ज होने के बाद आरोपियों ने जमानत याचिका लगाई थी, जिसे सत्र न्यायालय ने खारिज कर दिया था। इसके बाद वे हाईकोर्ट में जाने की तैयारी में थे। इस बीच पुलिस की टीम भी आरोपियों की तलाश में लगी थी। कविश का लोकेशन दिल्ली में मिला। इसके बाद विधानसभा थाने की टीम दिल्ली पहुंची और कविश को हिरासत में ले लिया। पुलिस को ठगी के इस मामले में हिमांशु और विनोद की तलाश की जा रही है।