बिलासपुर। बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए सरकार की ओर से मध्यान्ह भोजन योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत सभी सरकारी स्कूलों में रविवार को छोड़कर प्रत्येक दिन मीनू के हिसाब से बच्चों को पौष्टिक भोजन दिया जाता है। इस बीच बिलासपुर जिले के बिल्हा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षकों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। जिसमें 16 दिसंबर को दोमुहानी गांव में छात्र आदित्य कुमार धीरज गर्म खीर में गिरकर झुलस गया था।

इस घटना में छात्र का हाथ बुरी तरह से झुलस गया और फफोले पड़ गए। स्कूल की हेडमास्टर सुनीता खेस और स्टाफ को छात्र की हालत देखकर दया नहीं आई। उन्होंने बिना इलाज कराए उसे सीधे घर भेज दिया। खीर से झुलसे छात्र के इलाज में लापरवाही बरतने वाले हेडमास्टर और टीचर को जिला शिक्षा अधिकारी ने सस्पेंड कर दिया है। वहीं, स्कूल स्टाफ की लापरवाही को हाईकोर्ट ने भी गंभीर माना है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच ने केस में कलेक्टर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। पूरा मामला तोरवा क्षेत्र के दोमुहानी के प्राइमरी स्कूल का है।

मामला सामने आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने मंगलवार को विभाग के अधिकारियों को स्कूल भेजा और जांच के निर्देश दिए। टीम ने जांच के दौरान स्कूली छात्रों के साथ ही स्टाफ और हेडमास्टर का बयान लिया, जिसमें पता चला कि उन्होंने इस घटना को छिपाने का प्रयास किया और विभाग के अधिकारियों को घटना की जानकारी नहीं दी। इसे डीईओ ने उदासीनता और कर्तव्य के प्रति लापरवाही माना है। उन्होंने हेडमास्टर सुनीता खेस और मध्याह्न भोजन प्रभारी टीचर सुनीता पटेल को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उन्हें बीईओ ऑफिस में अटैच किया गया है।