राजनांदगांव। राजनांदगांव नगर निगम में जलकर, संपत्तिकर, समेकित कर, दुकानों का किराया सहित अन्य टैक्स वसूली के लिए करोडों का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन लक्ष्य के मुताबिक टैक्स वसूली नहीं हो पा रही है जिसकी वजह से नगर निगम को वित्तीय संकट से जूझना पड़ रहा है। आय अर्जित करने में असफल हो चुके राजनांदगांव नगर निगम ने टैक्स वसूली का जिम्मा अब निजी कंपनी को सौंप दिया है। निगम की इस कवायद को विपक्ष ने कमीशनखोरी का खेल बताया है। नगर निगम अन्तर्गत आने वाले वार्डों में राजस्व वसूली का काम रांची की श्री पब्लिकेशन एण्ड स्टेशनर्स कंपनी करेगी। इसके लिए कम्पनी ने अपने कर्मचारियों को फिल्ड पर उतार कर सर्वे का काम भी शुरु कर दिया है. कर्मचारी घर-घर दस्तक देकर जानकारी जुटाना शुरु कर दिया है।

नगर निगम कमिश्नर अभिषेक गुप्ता ने बताया कि शहर के मकान टैक्स वसूलने का जिम्मा रांची की श्री पब्लिकेशन एण्ड स्टेशनर्स को सौंपा है । कंपनी 90 प्रतिशत टैक्स वसूलने पर उन्हें 6 प्रतिशत कमीशन दिया जाएगा. नगर निगम कमिश्नर अभिषेक गुप्ता का कहना है कि राजनांदगांव नगर निगम के कई घर ऐसे हैं, जिनका टैक्स वसूली नगर निगम नहीं कर पा रही है । उन्होंने बताया कि यदि कम्पनी 90 प्रतिशत टेक्स वसूली नहीं करती है, तो उसका कमीशन काटा जाएगा। निगम की इस कवायद पर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु का कहना है कि निगम में बड़ी संख्या में राजस्व अमला मौजूद है, लेकिन निगम इन पर भरोसा न जताते हुए रांची की कंपनी पर भरोसा जताया है । उन्होंने रांची की कंपनी द्वारा अशिक्षित और अनुभवहीन व्यक्तियों को काम पर लगाने सहित कमीशनखोरी का आरोप लगाया है । उनका कहना है कि कंपनी ने ऐसे लोगों को काम पर लगा दिया है, जो बेरोजगार थे।