रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय के एमओयू संस्थान आकांक्षा स्कूल ऑफ स्पेशल एजुकेशन ने पतंग कला उत्सव नामक एक मनोरंजक उत्सव का आयोजन किया । इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य विशेष छात्रों के बीच रचनात्मकता और समावेशिता को बढ़ावा देना, उनकी कलात्मक प्रतिभा को प्रदर्शित करना और उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।

कार्यक्रम की शुरुआत पतंग बनाने की आकर्षक गतिविधि से हुई, जहां विशेष छात्रों को कुशलता से पतंग बनाने और उन्हें उड़ाने की कला सिखाई गई। पायल और मोनिका, दो उल्लेखनीय व्यक्तियों ने, दृढ़ संकल्प और जुनून की शक्ति का प्रदर्शन करते हुए, अपने सुंदर नृत्य प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

श्रीमती हर्षा शर्मा, सहायक प्राध्यापिका, शिक्षा संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय के साथ-साथ बी.एड. के छात्र उत्सव में शामिल हुए और विशेष छात्रों के साथ नृत्य किया, जिससे एकता और खुशी का माहौल बन गया। ऊर्जावान नृत्य प्रदर्शन के बाद, कलिंगा विश्वविद्यालय के डॉ लुभावनी त्रिपाठी और श्री गुलसन ने सभी विशेष छात्रों को चॉकलेट वितरित करके, मुस्कुराहट और खुशी फैलाकर मिठास के क्षण साझा किए।

कार्यक्रम में आकांक्षा स्कूल ऑफ स्पेशल एजुकेशन के अध्यक्ष श्री के. के. नायक और निदेशक श्रीमती साधना नायक की उपस्थिति रही, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम में प्रोत्साहन और समर्थन प्रदान किया। पतंग कला उत्सव में कलिंगा के शिक्षा संकाय के छात्रों के साथ-साथ बीएड में प्रशिक्षण ले रहे आकांशा स्कूल के शिक्षकों की भी सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे सीखने और उत्सव का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण तैयार हुआ।

आकांक्षा स्पेशल बीएड कॉलेज के एक समर्पित शिक्षक प्रशिक्षु, श्री चंद्रशेखर ने कार्यक्रम का सुचारू संचालन सुनिश्चित करते हुए कुशलतापूर्वक संचालन किया। संयोजक कलिंगा विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता डॉ. श्रद्धा वर्मा ने कार्यक्रम के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, श्रीमती हर्षा शर्मा समन्वयक और डॉ. लुभावनी त्रिपाठी और श्री गुलसन सह-समन्वयक थे।

समावेशिता, प्रतिभा और सामूहिक उत्सव की शक्ति के महत्व पर जोर देते हुए यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आकांक्षा स्कूल ऑफ स्पेशल एजुकेशन में पतंग कला उत्सव ने वास्तव में एकता और सहयोग की भावना का उदाहरण दिया, जिसने सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों पर स्थायी प्रभाव छोड़ा।