कोंडागांव में मिलाजुला असर, बीजापुर बेअसर रहा

जगदलपुर/दंतेवाड़ा। सर्व आदिवासी समाज के बस्तर बंद को सर्व समाज के अलावा माओवादी संगठनों ने भी समर्थन दिया था। बस्तर बंद शांतिपूर्ण होने से प्रशासन ने राहत की सांस ली। बस्तर बंद का मिलाजुला असर देखा गया ।

बीजापुर में 6 माह की मासूम की गोली लगने से मौत और हसदेव के जंगल की कटाई के विरोध में सर्व आदिवासी समाज ने मंगलवार को बस्तर बंद का ऐलान किया था। दंतेवाड़ा जिला पूर्णतया बंद रहा। कोंडागांव में मिलाजुला असर रहा,वहीं बीजापुर में बंद बेअसर रहा।

ज्ञात हो कि सर्व आदिवासी समाज द्वारा बीजापुर में 6 माह की बच्ची की हत्या के विरोध में बंद आयोजित किया गया था। इसी कड़ी में हसदेव में पेड़ों की कटाई के खिलाफ भी बंद आहुत किया गया था। इस दौरान सभी दुकानों में ताले लटके रहे।

वही अत्यावशक सेवाओं की दुकानों का संचालन पूर्ववत रहा। इनमें मेडिकल स्टोर्स और पेट्रोल पंप प्रमुख रूप से शामिल है। इस दौरान यातायात के साधनों पर असर सिफर रहा। बसों का परिचालन सामान्य रहा।

अप्रिय वारदात नहीं- एएसपी

इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि बंद के दौरान दंतेवाड़ा और गीदम मुख्यालय की दुकानें बंद रहीं, वहीं बसों का आवागमन सामान्य रहा। पुलिस के जवान सुरक्षा हेतु तैनात थे। किसी प्रकार की अप्रिय वारदात नहीं हुई।