महिला सुरक्षा पर पांच दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ

रायपुर। पुलिस अधिकारियों को महिला संबंधी घटित होने वाले अपराधों पर और अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है । विवेचक अधिकारियों को महिला संबंधी अपराधों पर पीड़ित के प्रति सहानुभूति दिखाना होगा, संवेदनशील होना होगा और पीड़ित की बात को ध्यान से सुनना होगा । कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्य पुलिस अकादमी चंदखुरी में निदेशक रतनलाल डांगी ने कही।

छत्तीसगढ़ की सर्वोच्च पुलिस प्रशिक्षण संस्था नेताजी सुभाषचंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी चंदखुरी में महिला सुरक्षा एवं उनके विरुद्ध घटित अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरएण्डडी) के निर्देशानुसार आज से 02.02.2024 तक पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।

इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न ज़िलों से आए पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए अकादमी के निदेशक रतन लाल डांगी ने कहा कि- जब तक महिलाओं में उनके विरुद्ध घटित होने वाली घटनाओं का डर खत्म नहीं किया जाएगा तब तक महिलाओं का विकास एवं समाज तथा राष्ट्र का विकास हो पाना संभव नहीं है।

पुलिस के विवेचक अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह महिला संबंधी किसी भी प्रकार के अपराध घटित होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल अपराध दर्ज कर मामले में विस्तृत विवेचना करें एवं अपराधियों को ठोस सबूतों के साथ न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें।

इस पाँच दिवसीय कार्यशाला में सभी पुलिस अधिकारियों को महिलाओं से संबंधित कानूनी प्रावधानों में नवीनतम संशोधनों एवं वैज्ञानिक अनुसंधान की प्रक्रियाओं से अवगत कराया जाएगा। साथ ही माननीय न्यायालयों द्वारा प्रसारित दिशा निर्देश के संबंध में भी बताया जाएगा। इस कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर अकादमी के पुलिस अधीक्षक जयंत वैष्णव, उप पुलिस अधीक्षक रूपा खेस, एडीपीओ शुभम तोमर एवं समस्त अकादमी प्रशिक्षण स्टॉफ उपस्थित रहे।