कोरबा। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी सड़कें नहीं जिसके कारण गंभीर मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस सेवाओं का लाभ मिल पा रहा है। घायल एवं गंभीर मरीजों को पैदल चलकर खाट के जरिए वाहन तक पहुंचाया जा रहा है। एक ग्रामीण जंगल में दोना पत्तल तोड़ने गया ग्रामीण हादसे का शिकार हो गया। घर पर एक कार्यक्रम होना था। जिसके लिए वह गांव से लगे जंगल में दोना पत्तल बनाने पत्ता लेने गया हुआ था। पत्तल तोड़ने पेड़ पर चढ़ा हुआ था। जहां ऊपर से नीचे गिरने के बाद घायल हालत में पेड़ के नीचे पड़ा हुआ था।

हादसे के दौरान उसका दाया पैर पूरी तरह से फैक्चर हो गया था। घंटों जंगल में पड़ा रहा। काफी देर बाद एक ग्रामीण की नजर पड़ी। इसके बाद इसकी सूचना उसने गांव जाकर परिजनों को दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी सूचना डायल 112 को दी। जहां 112 के कर्मी आरक्षक राम सिंह श्याम, चालक नीरज पांडे घायल के परिजनों के साथ काफी मशकत के बाद घायल को खाट से लेकर पैदल चार किलोमीटर तक जंगल से वहां तक लेकर पहुंचे।

ये घटना बांगो थाना अंतर्गत मोरगा के भुलसीभवना हाथीमरी जंगल की है। जहां घायल 55 वर्षीय रतनराम मंझवार के साथ हादसा हुआ। घायल के परिजन अमृत लाल ने बताया कि घर पर छठी कार्यक्रम है। जिसे लेकर खाना खाने के लिए दोना पत्तल बनाने पत्ता तोड़ने जंगल गया हुआ था। उन्हें लगा कि वापस आ जाएंगे।

इस बीच गांव में ही रहने वाले एक ग्रामीण ने घटना की जानकारी दी। चुकी गांव से जंगल दूर है और कोई साधन भी नहीं जाता है इसलिए डायल 112 को घटना की जानकारी दी गई। जहां पैदल चलकर खाट के जरिए वाहन तक पहुंचाया गया। जहां घायल को बांगो उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की देख रेख में इलाज किया जा रहा है।