रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने 29 जनवरी से 2 फरवरी 2024 तक चंद्रखुरी स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी में पुलिस विभाग द्वारा आयोजित जाँचकर्ताओं के लिए महिला सुरक्षा पाठ्यक्रम के दौरान प्रस्तुति दी।

पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो (बीपीआरएंडडी) के निर्देशों के अनुसार, नेताजी सुभाष चंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी में महिलाओं की सुरक्षा और उन पर किए गए अपराधों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए पांच दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। अकादमी के निदेशक रतन लाल डांगी (IPS) ने पहले दिन छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलो के पुलिस अधिकारियों को संबोधित किया।

दूसरे दिन, कलिंगा विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने पुलिस अधिकारियों के साथ ज्ञान साझा करने का कार्यक्रम आयोजित किया। इस टीम का नेतृत्व कर रहे थे पंकज तिवारी, करियर और कॉर्पोरेट रिसर्च सेंटर (सीसीआरसी) के निदेशक, सलोनी त्यागी श्रीवास्तव, विधि संकाय के कार्यवाहक डीन, अभय मिश्रा, सीसीआरसी के कॉर्पोरेट ट्रेनर, और दर्शी शर्मा गुहे, विधि की सहायक प्रोफेसर जिन्होंने महिला सुरक्षा से संबंधित विभिन्न कानूनों पर सत्र संचालित किये।

सलोनी त्यागी श्रीवास्तव और दर्शी शर्मा गुहे ने ‘हिरासत में बलात्कार’ मामले में एनएचआरसी दिशानिर्देश पीड़ित पुनर्वास और अनुवर्ती मुआवजा’ पर सत्र दिया। श्री अभय मिश्रा ने ‘घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 ‘ पर सत्र दिया। कार्यक्रम के प्रतिभागियों और आयोजकों ज्ञानवर्धक सत्रों की अत्यधिक सराहना की गई।

पांच दिवसीय कार्यशाला को अकादमी के प्रमुख पुलिस अधीक्षक, जयंत वैष्णव के कुशल निर्देशन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।