जबलपुर। लोकायुक्त पुलिस ने गोरा बाजार थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक उर्मिलेश ओझा को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े ने बताया कि बुधवार को संदीप यादव ने कार्यालय में आकर शिकायत दर्ज कराई थी कि गोरा बाजार थाने में दो प्रधान आरक्षक उनसे घूस मांग रहे हैं।

जमीन संबंधी शिकायत की जांच कर रहा था आरोपी

शिकायतकर्ता संदीप यादव गोरा बाजार थाना अंतर्गत रिज रोड़ में रहते हैं। संदीप यादव का प्रॉपर्टी का काम है। 2019 में राजेन्द्र जयसवाल के साथ संदीप यादव ने जमीन का अनुबंध किया था। जमीन की जब समय पर रजिस्ट्री नहीं हुई तो राजेन्द्र जायसवाल ने गोराबाजार थाने में संदीप की शिकायत कर दी। शिकायत की जांच प्रधान आरधक ओझा को मिली। जांच के दौरान गोरा बाजार थाने में पदस्थ उर्मेलेश ओझा ने संदीप से मामले को रफा-दफा कर जांच को उसके पक्ष में करने के लिए 50 हजार रुपए की मांग की। बाद में सौदा 40 हजार रुपए में तय हुआ। गुरुवार की रात करीब साढ़े सात बजे जैसे ही प्रधान आरक्षक ने एक पान ठेले में पहुंच कर रिश्वत के 40 हजार रुपए लिए वैसे ही लोकायुक्त ने उसे पकड़ लिया।

कई दिनों से धमका रहा था पीड़ित को..

लोकायुक्त पुलिस ने जिस हेड कॉन्स्टेबल को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है, वह प्रॉपर्टी डीलर को 20 दिन से धमका रहा था। कभी घर जाकर, तो कभी फोन पर उनसे एक लाख रुपए की डिमांड करता। कहता था कि अगर रुपए नहीं दिए, तो 420 में केस बनाकर अंदर कर देगा।

हेड कॉन्स्टेबल को SP ने किया निलंबित

शुक्रवार को हेड कॉन्स्टेबल उर्मिलेश को जबलपुर एसपी ने निलंबित कर दिया। मामले में गोरा थाने के एक और हेड कॉन्स्टेबल राजेश गौतम का भी नाम सामने आ रहा है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है।

कारोबारी की मदद कर रहे थे पुलिसकर्मी

प्रॉपर्टी डीलर संदीप यादव ने बताया, ‘तिलहरी में मेरी 2 एकड़ 10 डिसमिल जमीन है। 2019 में शराब कारोबारी राजेंद्र जायसवाल ने आधा एकड़ जमीन का एग्रीमेंट किया। मेरे कहने के बाद भी उन्होंने रजिस्ट्री नहीं कराई। अब थाने में शिकायत कर दी कि पुलिस जमीन की रजिस्ट्री कराए।’

यादव का आरोप है, ‘शिकायत की जांच कर रहे उर्मिलेश ओझा ने अपने साथी प्रधान आरक्षक राजेश गौतम के साथ मिलकर कई मर्तबा मुझे फोन लगाया। दोनों कई बार मेरे घर भी आए। वे लगातार दबाव बना रहे थे कि जितने भी रुपए मिलें, उस पर ही राजेंद्र जायसवाल के नाम पर रजिस्ट्री कर दो।’

2 लाख रुपए एडवांस दिए, लेकिन जमीन की रजिस्ट्री नहीं की

उधर शराब कारोबारी राजेंद्र जायसवाल का कहना है, ‘जमीन का सौदा 11 लाख रुपए में तय हुआ था। उसने 2 लाख रुपए संदीप यादव को एडवांस दिए थे। जब पैसे देने के बाद भी रजिस्ट्री नहीं हुई तो गोरा बाजार थाने में शिकायत की। पुलिस जांच कर रही थी। उर्मिलेश ओझा और राजेश गौतम ने मुझे बयान के लिए थाने भी बुलाया था।’