कांकेर। जिले के नवपदस्थ कलेक्टर अभिजीत सिंह आज सुबह अचनाक भानुप्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण पर पहुंचे थे। उन्होंने उपस्थिति पंजीयन का जांच किया और डॉक्टरों की उपस्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता को परखा साथ ही किचन में जाकर साफ-सफाई के बारे में जायजा लिया। जिला अस्पताल को लेकर आए दिए मरीजों में इस बात की शिकायत मिल रही थी डॉक्टर व स्टॉफ समय पर अस्पताल में नहीं रहते, जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बात को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने आज सुबह जिला अस्पताल का आकास्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर को डॉक्टर अपने चेंबर से नदारद दिखे। जिसके बाद वे सीधे डॉक्टर के घर जा पहुंचे।
दरअसल कलेक्टर ठीक 11 बजे अस्पताल पहुंचे । जब बीएमओ डॉक्टर अखिलेश ध्रुव अपने कक्ष में नहीं मिले तो कलेक्टर सीधे उनके निवास जा पहुंचे । जब उन्होंने दरवाजा खटखटाया तो बाहर निकले बीएमओ कलेक्टर को सामने देख हड़बड़ा गए. जब कलेक्टर ने पूछा कि 11 बजे घर पर हो तब BMO ने कहा कि देर रात तक मरीजों को देखता रहा इसलिए अभी घर पर हूं.
अन्य अधिकारियों की उड़ी नींद
इसके बाद कलेक्टर के साथ आनन फानन में अस्पताल पहुंचे बीएमओ ने परिसर का निरीक्षण कराया. इस दौरान कलेक्टर अभिजीत सिंह को काफी अव्यवस्था देखने को मिली. जिस पर वे बीएमओ सहित अन्य कर्मचारियों पर जमकर बरसे. कलेक्टर ने स्टाफ को दवाइयां और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं पर काम करने की हिदायत दी. फिलहाल कलेक्टर के घर पहुंचने के अंदाज ने अन्य विभागों के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है.