नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबू धाबी में लोकार्पण के लिए तैयार हो चुके देश के पहले हिंदू मंदिर- बीएपीएस मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में शरीक होंगे। पीएम मोदी संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले भारतीय समुदाय को संबोधित भी करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 14 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। प्रधानमंत्री के दौरे के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जारी बयान के मुताबिक 2015 के बाद से यह पीएम मोदी की सातवीं यूएई यात्रा होगी। पिछले आठ महीनों में तीसरी बार पीएम मोदी संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर जा रहे हैं।

संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। दोनों नेता देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा, विस्तारित और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान होगा।

शिखर सम्मेलन में सम्मानित अतिथि बनेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी, संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से भी मुलाकात करेंगे। उनके निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री दुबई में आयोजित होने वाले विश्व सरकार शिखर सम्मेलन 2024 (World Government Summit 2024) में सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन में मुख्य वक्ता भी होंगे।

क्यों खास है यूएई का पहला हिंदू मंदिर

पीएम मोदी यूएई दौरे पर जिस बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्था (BAPS) के मंदिर का उद्घाटन करने वाले हैं, यह कई कारणों से चर्चा में है। 27 एकड़ भूभाग में फैला यह मंदिर परिसर श्रद्धालुओं की आस्था का बड़ा केंद्र बन सकता है। बीएपीएस की तरफ से पीएम मोदी को 14 फरवरी 2024 को होने वाले उद्धाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था।

ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनेंगे प्रधानमंत्री मोदी

बीएपीएस के स्वामी ईश्वरचरणदास और स्वामी ब्रह्मविहारिदास के साथ एक शिष्टमंडल ने नई दिल्ली आकर पीएम मोदी को उद्धाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया। न्योता स्वीकार करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि अबू धाबी में बीएपीएस मंदिर का उद्घाटन दुनियाभर के श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा।