सुकमा। चुनाव नजदीक आते ही बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों का आतंक फिर से बढ़ गया है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास के कार्य हो रहे हैं। इसके साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का भी तेजी से विकास किया जा रहा। लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए सड़क, बिजली, सहित जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पानी पहुंचाया जा रहा है।

नक्सली क्षेत्रों में हो रहे विकास कार्यों से नक्सली काफी घबराए हुए हैं और अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने के लिए मजदूरों एवं सुरक्षा बल के जवानों को निशाना बना रहे हैं। सुकमा के जगरगुंडा इलाके में नक्सलियों ने 4 मजदूरों को अगवा कर लिया है। साथ ही जल जीवन मिशन कार्य में लगी जेसीबी को भी ले गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, जगरगुंडा इलाक़े में जल जीवन मिशन का कार्य चल रहा था। हालांकि अभी तक मामले की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पूरा मामला मामला जिले के जगरगुंडा थाने का बताया जा रहा है।

इस काम में चार मजदूरी भीड़े हुए थे। इसी दौरान नक्सलियों ने मजदूरों को अगवा कर लिया। इस घटना के बाद मजदूरों के परिवारजनों ने की नक्सलियों से रिहाई की अपील की है। हालांकि अभी तक मामले की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पूरा मामला मामला जिले के जगरगुंडा थाने का बताया जा रहा है। बता दें कि बीजापुर जिले के बासागुड़ा थाना क्षेत्र में पांच दिन पहले ही नक्सलियों ने गला रेतकर युवक की हत्या कर दी थी। वारदात के बाद शव को गांव के पास लाकर फेंक दिया। नक्सलियों ने युवक पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाया था। इसके बाद गांव के ही जंगल में टंगिया से गला काट दिया था।
तीन जवान हुए थे शहीद
30 जनवरी को सुकमा और बीजापुर जिले के सरहदी इलाके टेकलगुड़ेम में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें सीआरपीएफ के तीन जवान बलिदान हुए थे। वहीं 14 जवान घायल हो गए थे। पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जगरगुंडा थाना के टेकलगुड़ेम गांव में हुई थी।