बीजेपी विधायक धर्मजीत सिंह ने उठाया मुद्दा

रायपुर। विधानसभा में आज शराब दुकान का मामला छाया रहा। सच तो यह है कि प्रदेश की दुकानों से विधिवत रूप से प्रतिदिन की बिक्री की राशि कोषालय में जमा की जा रही है या नहीं, इस तरफ किसी जिम्मेदार का ध्यान नहीं है। सिर्फ औचक निरीक्षण की आड़ में सभी दुकानों से मोटी रकम उगाही हो रही है।

शराब दुकानों को लेकर बीजेपी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा , प्रदेश में देशी/विदेशी शराब की लगभग 700 दुकानें संचालित है, जिनके संचालन के लिए प्लेसमेंट एजेंसियां कार्यरत हैं। दुकानों की सुरक्षा के लिए निजी सुरक्षा एजेंसी तैनात की गयी है, मगर विभागीय अधिकारियों की मॉनीटरिंग के अभाव में तैनात एजेंसियां अमानत में खयानत करने लगी हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र जारी है।

शराब दुकानों के संचालन के लिए बाकायदा शासन के दिशा-निर्देश हैं, पर पालन कराने वाले कोई नही हैं। प्लेसमेंट एजेंसियां दुकान के संचालन के नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ा रही हैं। प्रदेश के 700 दुकानों में आज तक कभी न तो स्टॉक का मिलान किया गया, न बिक्री राशि का हिसाब । जितना मनचाहे कोषालय में जमा और मनमर्जी खर्च कर रहे हैं। 31/12/2023 की स्थिति में ही कांकेर, सूरजपुर, दंतेवाड़ा की . दुकानों में लगभग 25 लाख से अधिक की नगद राशि की चोरी की रिपोर्ट उजागर हुई है।

‘राजीव मितान क्लब’ को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला

छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन तत्कालीन सरकार की योजना ‘राजीव मितान क्लब’ को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला। इससे पहले आज सदन में अलग-अलग मुद्दों को लेकर हंगामे की आशंका पहले से ही थी। सत्र की शुरुआत में ही राजीव मितान क्लब को लेकर सत्ताधारी दल के सदस्य मुखर नजर आएं। विधायक धरमजीत सिंह ने राजीव मितान क्लब पर सवाल उठाते हुए इसे कांग्रेस की ‘खाओ-पीयों योजना’ कह दिया।

इसी तरह भाजपा के विधायक धरमलाल कौशिक, अजय चंद्रकार और राजेश मूणत ने भी राजीव मितान क्लबों के खर्च पर गंभीर सवाल खड़े किये। इस स्कीम में पैसे के दुरुपयोग को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक देखने को मिली।

इस बारें में विभागीय मंत्री द्वारा बताया गया कि पूर्व में क्लब को 126 करोड़ रुपए की राशि दी गई थी जिसकी जाँच कराई जाएगी। वही यह भी बताया गया कि पूर्व में कुल 132 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया था। चर्चा के दौरान धरमजीत सिंह ने तंज कसते हुए इसे खाओ पीओ योजना तक कह दिया।

भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने इस योजना को भंग करने की मांग करते हुए सदन में जमकर नारेबाजी भी की। इस हंगामे के बीच विभागीय मंत्री टंकराम वर्मा ने ऐलान किया कि इसका ऑडिट कराया जाएगा, युवा मितान क्लब को भंग किया जाएगा।