रायपुर। खैरागढ़ में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा के इस्तीफे की खबर कल आयी, मगर आज शैलेन्द्र वर्मा ने इस्तीफे से इंकार करते हुए कांग्रेस विधायक यशोदा वर्मा के साथ थाने में पहुंचकर CMO प्रमोद शुक्ला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वहीं पूरे मामले को लेकर CMO शुक्ला कहना है कि मेरे पास शैलेंद्र वर्मा ने स्वयं उपस्थित होकर अपना इस्तीफा सौंपा था।

मेरे खिलाफ हुआ षड्यंत्र – शैलेन्द्र वर्मा

शनिवार को इस्तीफे की खबर सार्वजनिक होने के बाद पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा ने प्रेस वार्ता आयोजित की, जिसमे खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा सहित सभी कांग्रेसी पार्षद उपस्थित रहे। इस मौके पर शैलेन्द्र वर्मा ने CMO प्रमोद शुक्ल को किसी तरह का इस्तीफा सौंपे जाने से इंकार करते हुए आशंका जताई कि नगर पालिका के स्टाफ और अधिकारियों ने मेरे कार्यालय से लेटर हेड चुराकर उसका गलत इस्तेमाल किया है।

13 को नहीं थे शहर में…

शैलेन्द्र वर्मा ने मीडिया को बताया कि वे CMO 13 फ़रवरी को इस्तीफा मिलने की बात कह रहे हैं, जबकि वे इस दिन वो अपने बेटे के इलाज के लिए दुर्ग गए थे। उन्होंने अपने साथ षड्यंत्र होने की बात कहीं हैं और फिलहाल मानसिक रूप से परेशान होना बताया। शैलेंद्र ने कहा है कि सोमवार को वह कांग्रेस के प्रदेश आला कमान के सामने अपना पक्ष रखेंगे और नगरीय प्रशासन के अपर सचिव को भी पत्र लिखेंगे।

13 का इस्तीफा 4 दिन बाद क्यों वायरल किया..?

मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक यशोदा वर्मा ने भी आरोप लगाया कि नगर पालिका अध्यक्ष के लेटर पैड का नगरपालिका के अधिकारी कर्मचारियों ने दुरुपयोग किया है। नगर पालिका अध्यक्ष के इस्तीफे की जानकारी ना तो संगठन को है, और ना ही स्वयं विधायक को। यशोदा वर्मा ने सवाल उठाया कि अगर शैलेन्द्र वर्मा ने 13 फ़रवरी को इस्तीफा दिया है, तो उसे 4 दिन बाद 17 फरवरी को व्हाट्सएप्प पर कैसे वायरल किया गया। यशोदा वर्मा ने इस कृत्य में सीधे भाजपा नेताओं का हाथ बताया।

वर्मा ने खुद सौंपा है इस्तीफा – CMO

इस पूरे मामले को लेकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रमोद शुक्ला का कहना है कि मेरे पास शैलेंद्र वर्मा ने स्वयं उपस्थित होकर अपना इस्तीफा सौंपा था। उस इस्तीफे को मैने अपर सचिव, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को अग्रिम कार्रवाई के लिए भेज दिया है। अब जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं, उसके बारे में वे लोग ही ज्यादा अच्छे से बता सकते हैं।

इस्तीफे के बाद खैरागढ़ की राजनीति में मचा हड़कंप

शैलेन्द्र वर्मा का कथित इस्तीफा शनिवार 17 फरवरी को सोशल मीडिया में वायरल हुआ और इसके सार्वजनिक होने के बाद खैरागढ़ की राजनीति में हड़कंप मच गया हैं। CMO को कथित तौर पर सौंपे गए इस्तीफे में लिखागया है कि पारिवारिक कर्म को दृष्टिगत रखते हुए स्वेच्छा से नगर पालिका अध्यक्ष पद से अपना त्यागपत्र सौंप रहा हूं जिसकी प्रतिलिपि अवर सचिव छत्तीसगढ़ शासन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन रायपुर को प्रेषित की गई है।

थाने में की गई CMO के खिलाफ शिकायत

मीडिया के समक्ष अपने इस्तीफे के खंडन के साथ ही शैलेन्द्र वर्मा ने कांग्रेस विधायक यशोदा वर्मा और पार्षदों के साथ थाने में पहुंचकर नगर पालिका परिषद खैरागढ़ के CMO प्रमोद शुक्ला के खिलाफ शिकायत पत्र TI को सौंपा। उन्होंने मामले की जांच की मांग की है।

बहरहाल अब देखना यह है कि CMO द्वारा अध्यक्ष के कथित इस्तीफे को विभाग मुख्यालय में भेजे जाने के बाद खैरागढ़ की राजनीति क्या मोड़ लेती है।