एक पति और तीन पत्नियों के बीच किसे वास्तिवक हितग्राही माना जाए

दुर्ग। महतारी वंदन योजना भले ही विधानसभा चुनाव में जीत का सबसे अहम कड़ी रही हो लेकिन अब हितग्राही को लाभ देने में सरकार को परेशानियों में डाल दिया है। मामला है एक पति और तीन पत्नियों के बीच किसे वास्तिवक हितग्राही माना जाए। बड़े पेशोपेश के बाद निगम ने रास्ता निकाल लिया है।

दुर्ग जिले की “तीन महिलायें” भी सुर्खियां बटोर रही हैं। तीनों ही महिलाओं ने इस योजना का लाभ लेने के लिए निगम के सामने आवेदन प्रस्तुत किया हैं। लेकिन इन महतारियों के सामने संकट यह हैं कि तीनो के पति एक ही हैं। ऐसे में अब प्रशासन किसी एक को ही योजना की पात्रता दे सकती हैं। प्रशासन के सामने संकट यह था कि वह किसे असली महतारी माने लिहाजा निगम ने तीनों को ही वैध विवाह प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने को कहा हैं।

प्रदेश भर में इन दिनों सरकार की फ्लैगशिप योजना महतारी वंदन योजना सुर्ख़ियों में हैं। अपनी ‘मोदी की गारंटी’ वाले चुनावी वादे के मुताबिक विष्णु देव साय की सरकार अगले महीने की आठ तारीख को प्रदेश भर की पात्र विवाहित महिलाओं के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से इस योजान के अंतर्गत एक-एक हजार रूपये ट्रांसफर करेगी।

इस योजना से जुड़े अपने नियम और शर्ते हैं बावजूद ज्यादातर अपात्र महिलाएं भी इस योजना का लाभ लेने के जुगाड़ में हैं। हालांकि योजना के आवेदन का पहला चरण 20 फरवरी को समाप्त हो गया हैं और अब अंतिम सूची जारी की जानी हैं।